वादा खिलाफ के विरोध में किसान संगठनों का प्रदर्शन

किसानों बागवानों की विभिन्न मांगों के समर्थन में भूमि अधिग्रहण प्रभावित मंच के बैनर तले 20 संगठनों ने मंडी में प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 04:34 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 04:34 PM (IST)
वादा खिलाफ के विरोध में किसान संगठनों का प्रदर्शन
वादा खिलाफ के विरोध में किसान संगठनों का प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, मंडी : किसानों बागवानों की विभिन्न मांगों के समर्थन में भूमि अधिग्रहण प्रभावित मंच के बैनर तले करीब 20 संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मंडी शहर में रैली निकाली तथा प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इंदिरा मार्केट का चक्कर लगाने के बाद उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इसके बाद किसान संगठनों ने उपायुक्त अरिदम चौधरी के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मांगपत्र भेजा।

अध्यक्ष बेली राम कौंडल ने कहा कि राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण 2013 कानून को लागू करने में आनाकानी कर रही है। एक के बाद एक कमेटी का गठन कर टालमटोल किया जा रहा है, जबकि केंद्र सरकार भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के अनुसार चार गुना मुआवजा, पुनर्वास व पुनस्र्थापना को यथावत लागू करने को राजी है। लेकिन हिमाचल सरकार अभी तक चार गुना मुआवजा नहीं दे रही है और कीमती जमीन किसानों से कौड़ियों के भाव लेकर उन्हें बर्बाद करने पर तुली है। उत्तराखंड, बिहार व झारखंड आदि में चार गुना मुआवजा दिया जा रहा है।

कुल्लू जिला के सह संयोजक नरेश कुकू व प्रेम सिंह ठाकुर ने कहा कि परियोजना से प्रभावित मकानों, जमीन व बगीचे आदि को हुए नुकसान का मुआवजा दिया जाए। वर्तमान संपर्क मार्ग को बहाल किया जाए। बिलासपुर जिला से मदन शर्मा ने कहा कि सरकार राष्ट्रीय उच्च मार्ग-रोड प्लान के अनुसार भूमि अधिग्रहण करे और उसमें कोई बदलाव न किया जाए।

शिमला जिला से जयशिव ने प्रस्तावित फोरलेन के साथ लगते गांवों को पांच मीटर कंट्रोल विड्थ व तीन मीटर टीसीपी योजना से निरस्त करने की मांग को उठाया। कोटली-मंडी के अध्यक्ष प्रशांत मोहन व सरकाघाट-धर्मपुर के संयोजक मान सिंह ने कहा कि अधिग्रहित भूमि पर आश्रित अन्य लोगों को हुए आजीविका के नुकसान का आकलन कर उन्हें भी उचित मुआवजा दिया जाए। किसान सभा के राज्य अध्यक्ष डा. कुलदीप तंवर ने कहा कि नए मेगा प्रोजेक्ट्स के लिए स्थान का चयन तकनीकी आधार पर सोशल इंपेक्ट सर्वे के पश्चात ही किया जाए। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) से राकी सोहल व भारतीय किसान संघ से सूरज ठाकुर ने किसानों कि मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार किसानों के हितों कि रक्षा करे। फल उत्पादक संघ के अध्यक्ष एवं विधायक (ठियोग) राकेश सिघा व संयुक्त किसान मंच के संयोजक संजय चौहान ने जोर देकर कहा कि पूरे प्रदेश के किसान-बागवान नाराज चल रहे हैं।

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