बाढ़ नियंत्रण व नदी तटीकरण की पांच योजनाओं को केंद्र सरकार की मंजूरी

केंद्र सरकार ने बाढ़ नियंत्रण व नदी तटीकरण की पांच बड़ी योजनाओं को मंजूर कर लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 09:53 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 09:53 PM (IST)
बाढ़ नियंत्रण व नदी तटीकरण की पांच
योजनाओं को केंद्र सरकार की मंजूरी
बाढ़ नियंत्रण व नदी तटीकरण की पांच योजनाओं को केंद्र सरकार की मंजूरी

जागरण संवाददाता, मंडी : केंद्र सरकार ने बाढ़ नियंत्रण व नदी तटीकरण की पांच बड़ी योजनाओं को मंजूरी प्रदान कर दी है। जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि नदियों व खड्डों के तटीकरण से बड़े पैमाने पर लोग लाभान्वित होंगे। पांचों योजनाओं पर 975 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

धर्मपुर हलके में सोमवार को विभिन्न विकास योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने शिमला जिला में पब्बर नदी, सिरमौर में यमुना नदी, कांगड़ा में नकेड़ खड्ड, हमीरपुर क्षेत्र में सीर खड्ड और मंडी में सुकेती खड्ड के तटीकरण की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाकर केंद्र सरकार को भेजी थी। इसे सरकार ने मंजूरी दे दी है। पब्बर नदी के तटीकरण पर 190 करोड़ रुपये, यमुना के तटीकरण पर 250 करोड़, नकेड़ खड्ड के तटीकरण पर 231 करोड़, सीर खड्ड के तटीकरण पर 165 करोड़ और सुकेती खड्ड के तटीकरण पर 139 करोड़ रुपये खर्चे जाएंगे। उन्होंने इन परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का आभार जताया।

महेंद्र सिंह ने धर्मपुर क्षेत्र के तहत मल्हुआ में एक करोड़ की लागत से निर्मित मल्हुआ.थाती उठाऊ पेयजल योजना का लोकार्पण किया। सिद्धपुर में 2.25 करोड़ रुपये से बनने वाली राज्यस्तरीय जल प्रशिक्षण प्रयोगशाला का शिलान्यास किया। इसके अलावा 74 लाख रुपये से निर्मित उठाऊ पेयजल योजना सिद्धपुर के द्वितीय चरण का उद्घाटन किया। महेंद्र सिंह ठाकुर ने दो करोड़ रुपये से बनने वाले प्रशिक्षण केंद्र छात्रावास एवं परामर्श केंद्र सिद्धपुर और 1.65 करोड़ रुपये से बनने वाली पीएचसी सियोह से मदरंग वाया मझाडका सड़क का भूमिपूजन किया। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सिद्धपुर में 23.50 लाख रुपये से बनने वाले स्टेडियम का शिलान्यास किया। उन्होंने बागबानी विभाग के सेंटर फॉर एक्सीलेंस तथा सियोह सकलाना में निरीक्षण हट का भी भूमिपूजन किया। उन्होंने सिद्धपुर, मल्हुआ थाती, सयोह, सकलाना व डेढल में लोगों की समस्याओं को भी सुना तथा उनका मौके पर निपटारा भी किया।

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