हिसार व रोहतक में नहीं मिला शातिरों के संबंध में सुराग

जागरण संवाददाता मंडी डेबिट कार्ड क्लोनिंग मामले में तीन आरोपितों को कोर्ट से जमानत मिल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 09 Mar 2021 05:43 PM (IST) Updated:Tue, 09 Mar 2021 05:43 PM (IST)
हिसार व रोहतक में नहीं मिला शातिरों के संबंध में सुराग
हिसार व रोहतक में नहीं मिला शातिरों के संबंध में सुराग

जागरण संवाददाता, मंडी : डेबिट कार्ड क्लोनिंग मामले में तीन आरोपितों को कोर्ट से जमानत मिल गई है। 20 दिन तक पुलिस रिमांड व 14 दिन तक न्यायिक हिरासत में रहने के बाद तीन आरोपितों को मंडी की एक अदालत ने जमानत दे दी। वहीं, हरियाणा के हिसार व रोहतक से मंडी पुलिस की टीम खाली हाथ लौटी है। पुलिस ने वहां कई दिन तक डेरा डाल रखा, लेकिन शातिरों के बारे में कोई पुख्ता सुराग व उनका कोई साथी हाथ नहीं लग पाया है। एक आरोपित का आधारकार्ड नकली पाया गया है।

तीन आरोपितों के आधारकार्ड रणकपुरा, जबकि मतदाता पहचान पत्र हिसार के हांसी के पते पर बने हैं। आरोपित अमन, रोहित व प्रदीप रणकपुरा के बजाय हांसी में बनी अवैध कॉलोनियों में स्वजनों के साथ रहते हैं। पुलिस से बचने के लिए वे अकसर अपने ठिकाने बदलते रहते हैं। हांसी व रणकपुरा की अवैध कॉलोनियों में रहने वाले अधिकतर लोग साइबर क्राइम से जुड़े हैं। पूछताछ में यह बात सामने आई थी।

पुलिस ने तीन शातिरों को मंडी शहर के चौहाटा स्थित राज्य सहकारी बैंक की एटीएम बूथ से पैसे निकालते हुए रंगेहाथ दबोचा था। इनसे करीब सवा तीन लाख रुपये नकद, 30 डेबिट कार्ड व तीन स्किमर डिवाइस बरामद हुए थे। शातिरों ने सुंदरनगर, नेरचौक व मंडी शहर में कई लोगों को डेबिट कार्ड स्वाइप किए थे।

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डेबिट कार्ड क्लोनिग के आरोपितों की न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने पर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने तीनों को जमानत पर रिहा कर दिया है। आरोपितों के आधारकार्ड रणकपुरा व मतदाता पहचानपत्र हांसी में बने हुए हैं। तीनों अवैध कॉलोनियों में रहते हैं।

-आशीष शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंडी।

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