सरकाघाट में सरका मतदान, सराज ने पहना ताज
हंसराज सैनी मंडी क्षेत्रफल के लिहाज से देश के दूसरे सबसे बड़े संसदीय क्षेत्र मंडी के मतदात
हंसराज सैनी, मंडी
क्षेत्रफल के लिहाज से देश के दूसरे सबसे बड़े संसदीय क्षेत्र मंडी के मतदाताओं ने शनिवार को छह उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम में कैद कर दिया है। जनादेश किसके पक्ष में रहेगा, इस बात का पता अब दो नवंबर को नतीजा आने पर ही चलेगा। भारतीय जनता पार्टी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त दिख रही है तो कांग्रेस मतदाताओं की खामोशी को अपने पक्ष में देख रही है।
भाजपा को सबसे ज्यादा उम्मीद सरकाघाट हलके से थी। वहां के विधायक कर्नल इंद्र सिंह खुद पूर्व सैनिक रहे हैं। भाजपा विधायक ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर का पैतृक घर भी सरकाघाट में था। भाजपा के रणनीतिकार उम्मीद लगाए हुए थे कि सरकाघाट हलके में बंपर वोटिग होगी। मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद जब मत प्रतिशतता के आंकड़े सामने आए तो भाजपा नेताओं के चेहरे की रंगत उड़ गई। संसदीय क्षेत्र के 17 हलकों में सबसे कम मतदान सरकाघाट हलके में हुआ है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह हलके सराज के मतदाताओं ने दिल खोलकर मताधिकार का प्रयोग किया। भाजपा को आशा है कि यह मतदान उनके पक्ष में है। भाजपा को ऐसी ही उम्मीद करसोग, नाचन, सुंदरनगर व जोगेंद्रनगर हलकों से भी है, अगर यहां नोटा खामोश रहा तो। बल्ह, सदर व द्रंग हलके से सत्ताधारी दल के पक्ष में कोई बड़ा चमत्कार होने की उम्मीद भाजपा को भी कम दिख रही है।
कांग्रेस के रणनीतिकारों को कुल्लू जिले के चारों हलकों मनाली, सदर, बंजार व आनी से आशा है। जिला परिषद चुनाव के नतीजे अगर कोई संकेत हैं तो लाहुल स्पीति से भी भाजपा को आशा की किरण कम नजर आ रही है। कांग्रेस को सबसे बड़ी उम्मीद रामपुर, किन्नौर व भरमौर हलके से थी लेकिन तीनों हलकों में अपेक्षाकृत इतना ज्यादा मतदान नहीं हुआ। इससे कांग्रेस की उम्मीद टूट सकती है। कुलमिलाकर हार-जीत का फैसला मंडी जिले के आठ हलकों से होना तय है।