देव कमरुनाग मंदिर जाने वाले रास्तों पर नाकेबंदी
सरनाहुली मेले पर प्रतिबंध के बावजूद मंदिर की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं प
संवाद सहयोगी, गोहर : सरनाहुली मेले पर प्रतिबंध के बावजूद मंदिर की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं पर नजर रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने जगह-जगह पर नाके लगा दिए हैं। मंदिर के निकट पुलिस का पहरा भी बैठा दिया है। प्रशासन के आदेश हैं कि कमरूनाग मंदिर के आस पास नजर आने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई अमल में लाए। इसके अलावा रायगढ़ में भी बैरियर लगाया गया है।
हर साल 15 जून को देव कमरुनाग का मशहूर मेला सरानाहुली का आयोजन किया जाता है। मान्यता पूर्ण होने के बाद आस्थावान लोग झील में आभूषण और पैसा चढ़ाते हैं, लेकिन दो साल से कोरोना महामारी के कारण मेलों के आयोजन पर सरकार की ओर से रोक लगाई गई है। स्थानीय प्रशासन व पुलिस को पिछले कुछ समय से शिकायतें मिल रही हैं कि देव कमरुनाग के मंदिर में लोग चोरी छुपे जा रहे हैं। प्रशासन को अंदेशा है कि 15 जून को भी वहां पर कुछ लोग पहुंच सकते हैं। लिहाजा कमरुनाग तक जाने वाले अलग अलग रास्तों पर पुलिस टीमों को तैनात किया गया है। श्रद्धालु कमरुनाग और शिकारी देवी के लिए चैलचौक, रोहांडा, सरोआ, जहल, देवीदड़, रायगढ़, जंजैहली व भुलाह होते हुए पैदल और निजी वाहनों से पहुंच सकते हैं। इन्हें रोकने के लिए थाना सुंदरनगर, गोहर, जंजैहली और निहारी पुलिस चौकी के पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। पुलिस थाना प्रभारी गोहर सूरम सिंह ने बताया कि लोगों के मंदिर जाने की सूचना मिली है। ऐसे में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। अवहेलना करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। गोहर पुलिस थाना के सभी पुलिस जवान झील परिसर के समीप तैनात कर दिए गए हैं।
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शिकारी देवी मंदिर जाने के लिए प्रशासनिक अनुमति नहीं है। फिर भी लोगों का वहां जाना और नियम तोड़ना चिता का विषय है। पुलिस को कहा गया है कि कोविड गाइडलाइन का पालन न करने वालों पर कार्रवाई करे।
-अनिल भारद्वाज, एसडीएम गोहर