जिंदगी पर भारी सड़कों की बदहाली
जिला में खराब सड़कें व तेज रफ्तार आम जिंदगी पर भारी पड़ रही ह
जागरण संवाददाता, मंडी : जिला में खराब सड़कें व तेज रफ्तार आम जिंदगी पर भारी पड़ रही है। तीन साल में हुए 957 सड़क हादसों में अधिकतर में कारण ग्रामीण क्षेत्रों में खराब सड़कें ही रही हैं। यही नहीं 92 ब्लैक स्पॉट भी जिला में चयनित किए गए हैं, जो जान पर भारी पड़ रहे हैं। हालांकि इन्हें चरणबद्ध तरीके से ठीक किया जा रहा है।
जिले में अधिकतर सड़कें ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। इसमें 354 पंचायतों को मंडी जोन में सड़कों से जोड़ा गया है। वहीं जोगेंद्रनगर सर्कल में 55 पंचायतों को सड़के से जोड़ा है। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण बारिश व भूस्खलन से सड़कों को नुकसान पहुंचता है। जिले में चिह्नित ब्लैक स्पॉट में बार-बार हादसे होते हैं। हालांकि बचाव के लिए सूचना पट्ट व क्रैश बैरियर लगाए जा रहे हैं।
जोगेंद्रनगर की ओर से मंडी तक सड़क में आठ से दस ब्लैक स्पॉट चिह्नित हैं, जहां पर नेशनल हाईवे की ओर से बैरियर लगाए जा रहे हैं। तीन साल में इन जगहों पर 281 लोग हादसों का शिकार हो चुके हैं। इन हादसों की जांच में मुख्य कारण वाहन का अनियंत्रित होना ही पाया जाता है। हालांकि कोविड-19 के कारण इस बार सड़कों की टायरिग में देरी हुई है लेकिन विभाग युद्ध स्तर पर काम कर रहा है। यातायात नियमों की जानकारी देने के लिए परिवहन विभाग की ओर से भी समय-समय पर जागरूकता शिविर लगाए जाते हैं, जिसमें स्कूली बच्चों, संस्थाओं को शामिल किया जाता है।
लोगों को यातायात नियमों के बारे में समय-समय पर जागरूक किया जाता है। कोरोना वायरस के कारण इस बार बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान नहीं चल पाया है। सोशल मीडिया के माध्यम से ही नियमों की जानकारी दी जा रही है।
कोमल ठाकुर, एआरटीओ मंडी।
लोक निर्माण विभाग सड़कों को दुरुस्त करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रहा है। कोरोना के कारण इसमें दिक्कत आई थी, लेकिन अब कार्य चल रहा है। जिले में चिह्नित ब्लैक स्पॉट को भी चरणबद्ध तरीके से ठीक किया जा रहा है।
विजय चौधरी, एसई लोनिवि मंडी