सर्किल रेट से सरकी हवाई अड्डा समर्थकों की हवा

बल्ह हलके में जमीन के नए सर्किल रेट से हवाई अड्डा समर्थकों की हवा सरक गई है। इतने कम सर्किल रेट में कोई भी किसान जमीन देने को तैयार नहीं हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Jul 2020 05:48 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jul 2020 06:22 AM (IST)
सर्किल रेट से सरकी हवाई अड्डा समर्थकों की हवा
सर्किल रेट से सरकी हवाई अड्डा समर्थकों की हवा

हंसराज सैनी, मंडी

बल्ह हलके में जमीन के नए सर्किल रेट से हवाई अड्डा समर्थकों की हवा सरक गई है। हवाई अड्डे के लिए जमीन देने की हामी भरने वाले सर्किल रेट देख अब सरकार व किस्मत को कोसने लगे हैं। सोना उगलने वाली जमीन अब कोई कौड़ियों के दाम देने को तैयार नहीं दिख रहा है। क्षेत्र के किसानों का कहना है कि इन दामों पर सरकार उन्हें ही जमीन दिला दे। राजस्व मुहाल टांवा व स्यांह को छोड़ अन्य सात मुहालों में जमीन के जो दाम मिलेंगे उससे बल्ह घाटी में एक बिस्वा जमीन भी ढूंढे नहीं मिलेगी।

पटवार वृत्त लोहारा के तहत आने वाले टांवा व स्यांह राजस्व मुहाल का सर्किल रेट 7336 रुपये प्रति वर्गमीटर तय किया गया है। यहां की जमीन डडौर गोहर व कंसा चौक कुम्मी मार्ग के ईद-गिर्द है। दोनों मार्गों के 100 मीटर के दायरे में किसानों को 58.68 लाख प्रति बीघा की दर से मुआवजा मिलेगा। फैक्टर एक लगने पर यहां प्रति बीघा के दाम एक करोड़ रुपये रहेंगे। मगर 100 मीटर के दायरे में बहुत कम जमीन आएगी। सर्किल रेट के लिए यहां की जमीन को दो कैटागिरी में रखा गया है। कैटागिरी एक में राष्ट्रीय राजमार्ग, राजमार्ग व संपर्क मार्ग के 100 मीटर दायरे वाली व कैटागिरी दो में तीनों मार्गों से 100 मीटर की दूरी से बाहर वाली जमीन रखी है। टांवा व स्यांह में कैटागिरी दो जमीन का सर्किल रेट 583 रुपये वर्गमीटर तय किया गया है। यानी कैटागिरी दो की प्रति बीघा जमीन का किसानों को 5.86 लाख मुआवजा मिलेगा। ढाबण, डडोह, छातडू, कुम्मी, डीपीएफ डोयड़ा में 11.80 लाख व डेढ़ से दो लाख रुपये प्रति बीघा मुआवजा मिलेगा। जरलू मुहाल में जिन किसानों की जमीन है उन्हें छह से 47 लाख रुपये तक प्रति बीघा के हिसाब से मुआवजा मिलेगा। हवाई अड्डे को लेकर सिंहन गांव के लोग भी उछल-कूद कर रहे थे। जमीन के दाम सुनकर अब घरों में दुबक गए हैं। ------------

सर्किल रेट के हिसाब से क्षेत्र का कोई किसान अपनी जमीन नहीं देगा। सरकार गंभीरता से पुनर्विचार करे। बल्ह घाटी की जमीन सोना उगलती है।

-रवि राजपूत, निवासी टांवा।

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