15 दिन में बारिश नहीं हुई तो 40 फीसद फसल बर्बाद

जागरण संवाददाता मंडी अगर 15 दिन में बारिश नहीं होती है तो गेहूं सहित अन्य फसलों को

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 06:38 PM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 06:38 PM (IST)
15 दिन में बारिश नहीं हुई तो 40 फीसद फसल बर्बाद
15 दिन में बारिश नहीं हुई तो 40 फीसद फसल बर्बाद

जागरण संवाददाता, मंडी : अगर 15 दिन में बारिश नहीं होती है तो गेहूं सहित अन्य फसलों को 40 फीसद तक नुकसान होगा। कृषि विभाग ने अधिकारियों को आरंभिक नुकसान की रिपोर्ट बनाने के लिए फील्ड में जाने के आदेश जारी कर दिए हैं। उन्हें 10 दिन के अंदर रिपोर्ट विभाग को देनी होगी।

हालात ये हैं कि सरकाघाट, धर्मपुर, लडभड़ोल, औट, पद्धर आदि तहसील क्षेत्रों में चार माह से बारिश ही नहीं हुई है। ऐसे में यहां पर तैयार फसलें सूखने की कगार पर पहुंच गई हैं। इन क्षेत्रों में गेहूं की फसल लगाई गई है, लेकिन पानी न मिलने के कारण सूखने लगी हैं।

मंडी जिले में 12,224 हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों का 219111 मीट्रिक टन उत्पादन होता है। इसमें गेहूं 5002 हेक्टेयर में होती है। निचले क्षेत्रों में चार माह से पानी न बरसने के बाद अब फसलें पीली पड़नी आरंभ हो गई हैं। हैरानी की बात है कि विभाग को अभी तक नुकसान के बारे में जानकारी नहीं है। अब कृषि उपनिदेशक ने फील्ड स्टाफ को किसानों के पास जाकर जानकारी जुटाने के आदेश दिए हैं।

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चौहारघाटी क्षेत्र में ओलावृष्टि से नुकसान

गत दिनों चौहारघाटी में हुई ओलावृष्टि के कारण यहां बीजी गई मटर, लहसुन व धनिया की फसलों को नुकसान हुआ है। गेहूं की फसल भी प्रभावित हुई है।

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सभी फील्ड अधिकारियों को किसानों से बात करके नुकसान का जायजा लेने का आदेश दिया है। 10 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। अगर 15 दिन में बारिश नहीं होती है तो फसलों को नुकसान होगा।

-कुलदीप वर्मा, उपनिदेशक कृषि विभाग।

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सरकाघाट में 70 फीसद गेहूं की फसल को नुकसान

संवाद सहयोगी, सरकाघाट : तीन माह से बारिश न होने के कारण उपमंडल सरकाघाट के सुरंगा, बैरा क्षेत्रों और आसपास के क्षेत्रों में गेंहू की करीब 70 फीसद बर्बाद हो गई है। यहां के किसान खेती के लिए बारिश पर निर्भर हैं। किसानों बालम राम, केहर सिंह, रत्न चंद, मोहिदर, कमलेश कुमार, राम लाल, लेख राज, राकेश, हरजीत सिंह, अमिन चंद, पुष्पा, कमला देवी ने बताया कि यदि बारिश नहीं हुई तो जो बीज लगाया है वह भी हासिल नहीं होगा।

कृषि विभाग के कार्यवाहक एसएमएस सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि क्षेत्र का अधिकतर भाग रेतीला है जो समय समय पर बारिश पर निर्भर रहता है। यहां की करीब 70 फीसद गेहूं की फसल खत्म हो गई है। जिन किसानों ने फसल बीमा करवाया है उन्हें नियमानुसार मुआवजा मिलेगा।

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