केलंग-काजा के बीच सात माह बाद चलेंगे वाहन

जागरण संवाददाता मनाली लाहुल सात माह बाद स्पीति से जुड़ा है। एक ही जिले के दो भाग कुंजम द

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 May 2021 07:39 PM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 07:39 PM (IST)
केलंग-काजा के बीच सात माह बाद चलेंगे वाहन
केलंग-काजा के बीच सात माह बाद चलेंगे वाहन

जागरण संवाददाता, मनाली : लाहुल सात माह बाद स्पीति से जुड़ा है। एक ही जिले के दो भाग कुंजम दर्रे में बर्फबारी के चलते सात महीने कटे रहते हैं। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की 110 आरसीसी और 94 आरसीसी समदो ग्राम्फू मार्ग को बहाल करने में जुटी हुई थी। दोनों टीमों में मंगलवार को दर्रा बहाल करने में सफलता पा ली है। बुधवार को मौसम रहने से बीआरओ दिन भर छोटा दड़ा में सड़क की हालत सुधारने में जुटा रहा। मौसम की परिस्थितियां ठीक रही तो दो दिन के भीतर केलंग से काजा के बीच वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी।

मनाली-काजा के बीच चलने वाली बस सेवा भी सड़क सुधरते ही शुरू हो जाएगी। हालांकि काजा सर्दी भर बाया किन्नौर शिमला व कुल्लू से जुड़ा रहता है, लेकिन कुंजम बहाल हो जाने से स्पीति के लोगों को धार्मिक स्थल भगवान त्रिलोकीनाथ के दर्शन करना आसान हो गए हैं। लाहुल व कुल्लू मनाली के लोग भी अब चंद्रताल झील तक आसानी से आ जा सकेंगे। जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में कुंजम दर्रा खोलने के बाद बीआरओ ने रोहतांग व शिंकुला दर्रे की बहाली तेज कर दी है। बुधवार को मौसम साफ रहने के चलते दिनभर सड़क बहाली का कार्य चलता रहा। हालांकि कोरोना के चलते रोहतांग दर्रे की बहाली की किसी को भी कोई उत्सुकता नहीं है, लेकिन 16 हजार फीट ऊंचे शिकुला दर्रे के बहाल होते ही कारगिल घाटी मनाली से जुड़ जाएगी और जंस्कार घाटी के लोगों को भी मनाली पहुंचने में आसानी होगी।

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दो दिन के भीतर ग्राम्फू-काजा मार्ग पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। कुंजम दर्रे से बर्फ हटाने के बाद सड़क की हालत सुधारी जा रही है। बीआरओ के जवान रोहतांग सहित शिंकुला दर्रे की बहाली के करीब पहुंच गए हैं।

-कर्नल उमा शंकर, बीआरओ कमांडर।

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