मनाली में रफ्तार पकड़ने लगा पर्यटन कारोबार
जागरण संवाददाता मनाली प्रदेश सहित कुल्लू-मनाली में पर्यटन कारोबार रफ्तार पकड़ने लगा है।
जागरण संवाददाता, मनाली : प्रदेश सहित कुल्लू-मनाली में पर्यटन कारोबार रफ्तार पकड़ने लगा है। कोरोना महामारी के चलते फरवरी के बाद लुढ़का कारोबार अब धीरे धीरे पटरी पर लौटने लगा है। शुक्रवार को तीन महीने बाद बाहरी राज्य से आने वाले पर्यटक वाहनों ने 1200 का आंकड़ा पार किया है। कुल्लू-मनाली आने वाले पर्यटकों को पहली बार रोहतांग के साथ साथ बारालाचा दर्रा भी स्नो प्वाइंट के रूप में मिला है।
रोहतांग दर्रे के लिए परमिट की जरूरत पड़ रही है, जबकि बारालाचा के लिए पर्यटक बिना अनुमति जा रहे है और रास्ते में अटल टनल रोहतांग के भी दीदार कर रहे हैं।
शनिवार को माल रोड की दुकानें बंद रही, जिस कारण माल रोड में रौनक कम रही, जबकि मनाली के पर्यटन स्थलों पर दिनभर रौनक देखने को मिली। पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से पर्यटन कारोबार ने रफ्तार पकड़ी है। होटलों में भी रौनक बढ़ने लगी है। पर्यटन कारोबारी सुशील, रवि, राजू, बंशी और किशन राणा का कहना है कि लग्जरी बस सेवा शुरू न होने से कारोबार गति नहीं पकड़ रहा है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि जल्द लग्जरी बस सेवा शुरू की जाए, ताकि पर्यटक कुल्लू -मनाली आ सके। होटल एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष अनूप ठाकुर ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मनाली में पर्यटकों की आमद बढ़ने लगी है। एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने बताया कि परमिट प्राप्त कर सैलानी रोहतांग जा रहे हैं। लेह व हिमाचल के मोटर साइकिल आपरेटर आमने-सामने
जागरण संवाददाता, मनाली : मनाली में पर्यटन कारोबार के गति पकड़ते ही मोटरसाइकिल आपरेटर का भी कारोबार चल पड़ा है। पर्यटक मोटर साइकिल किराये पर लेकर पर्यटन स्थलों में घूमने को प्राथमिकता दे रहे हैं, लेकिन आल लद्दाख मोटर साइकिल आपरेटर को-आपरेटिव लिमिटेड ने हिमाचल से रेंटिड (किराये पर लिए) मोटर साइकिल संचालकों की दिक्कत बढ़ा दी है। उन्होंने हिमाचल से आने वालों को लदाख की सरहद में प्रवेश देने पर पाबंदी लगा दी है। इस संदर्भ में मनाली बाइकर संघ को भी पत्र लिख कर सूचना दी गई है।
18 जून के बाद हिमाचल की ओर से किराये वाला कोई भी मोटरसाइकिल लेह नहीं आ पाएगा। मोटरसाइकिल एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष केशव ठाकुर ने कहा कि वह पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। लेह एसोसिएशन मनमानी कर रही है तथा इस तरह का फरमान सुनाकर हिमाचल वालों की दिक्कत बढ़ा दी है। प्रदेश व केंद्र सरकार से आग्रह है कि लेह वालों के साथ बैठक कर इस समस्या का समाधान किया जाए।