कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पर्यटकों ने खोजी प्रकृति की ओट, WFH के साथ ले रहे सैर का लुत्फ
Tirthan View Homestay in Himachal हिमाचल के कुल्लू की तीर्थन घाटी के रिवरांश होम स्टे में तीन माह के लिए ठहरे उड़ीसा के पर्यटक सुनील और उनका परिवार। साथ में होम स्टे के मालिक हेमराज व उनकी पत्नी भुवनेश्वरी। जागरण
कमलेश वर्मा, कुल्लू। Tirthan View Homestay in Himachal देश के कई राज्यों में कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है। ऐसे में गुजरात, मुंबई, ओडिशा से पर्यटकों ने हिमाचल का रुख कर लिया है। यहां कोरोना से बचाव के साथ-साथ ये प्रकृति के नजारों का लुत्फ ले रहे हैं। कुल्लू जिले की तीर्थन घाटी में पर्यटकों ने कुछ होम स्टे तीन-तीन माह के लिए बुक करवा लिए हैं।
पर्यटकों को लुभाने के लिए होम स्टे संचालक आकर्षक ऑफर दे रहे हैं। कुछ होम स्टे संचालक 50 फीसद तक छूट दे रहे हैं तो कुछ लंबी बुकिंग करवाने वालों को नाश्ता मुफ्त दे रहे हैं। पहाड़ों की हसीन वादियों में सैर करने के साथ-साथ स्वच्छ व शांत वातावरण में पेड़ों की छांव व कमरों में बैठकर पर्यटक कार्यालय का कार्य भी निपटा रहे हैं। रिवरांश होम स्टे में ओडिशा के दो परिवारों के छह सदस्यों में सुनील, उनकी पत्नी गीता व बेटा विवान और संतोष कुमार, उनकी पत्नी सस्मिता व बेटे रिशान ने तीन माह के लिए होम स्टे बुक करवाया है। उनका कहना है कि हालात नहीं सुधरे तो वे इससे ज्यादा दिन भी रुकेंगे।
कोरोना काल में बन रहे सहारा: सनसाइन कॉटेज और ग्रेट हिमालयन कैफे में भी चार लोग 15-15 दिन के लिए रुके थे। कैफे और वर्क फॉर्म माउंटेन कंपनी के मालिक पंकी सूद के अनुसार दक्षिण भारत से पर्यटक लंबे समय के लिए रुकने के बारे में संपर्क कर रहे हैं। रिवरांश होम स्टे के मालिक हेमराज व भुवनेश्वरी के अनुसार पर्यटक लंबे समय के लिए मणिकर्ण व मनाली के बजाय तीर्थन घाटी में रहना अधिक पसंद कर रहे हैं। कोरोना काल में ये पर्यटक यहां के पर्यटन कारोबारियों के लिए एक सहारे की तरह हैं।
ऑफिस के कार्य के साथ सैर: पर्यटक सुनील और संतोष हैदराबाद में माइक्रोसॉफ्ट सेंटर में कार्य करते हैं। उनका कहना है कि कोरोना काल में पहाड़ी क्षेत्र खासकर तीर्थन घाटी सबसे सुरक्षित है और सैनिटाइज कमरों में बैठकर बेहतर दूरसंचार व्यवस्था के साथ ऑफिस कार्य कर रहे हैं। सुबह-शाम वह पर्यटन स्थलों की सैर, ट्रैकिंग व स्थानीय व्यंजन कुल्लवी धाम, सिड्डू, चिलड़े का भी मजा ले रहे हैं।