बिन गुरु कैसे जले ज्ञान की लौ

योगराज नेगी गुशैणी प्रदेश के शिक्षा विभाग की बागडोर संभालने वाले शिक्षा मंत्री गोविंद ठाक

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 11:46 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 11:46 PM (IST)
बिन गुरु कैसे जले ज्ञान की लौ
बिन गुरु कैसे जले ज्ञान की लौ

योगराज नेगी, गुशैणी

प्रदेश के शिक्षा विभाग की बागडोर संभालने वाले शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर के गृह जिले में कई स्कूलों में शिक्षक नहीं है। ऐसे में अभिभावकों को बच्चों के भविष्य की चिंता सता रही है। बंजार उपमंडल की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बठाहड़ में प्रधानाचार्य समेत शिक्षकों के आठ पद खाली हैं। स्कूल टीजीटी अध्यापक के सहारे चल रहा है। स्कूल में हिदी, अग्रेजी, इतिहास, राजनीतिक शास्त्र, विज्ञान, कला व शारीरिक शिक्षा शिक्षक का पद भी खाली है। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों का भविष्य क्या होगा।

विद्यालय में 345 विद्यार्थी पढ़ते हैं। अभिभावकों को बच्चों के भविष्य की चिंता सता रही है। लोगों का कहना है कि शिक्षा मंत्री के गृह जिले में यही हाल है तो प्रदेशभर में सरकारी स्कूलों में क्या स्थिति होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। अभिभावक निका राम, खेम राज, सेस राम, कली राम, लता देवी, पिगला देवी का कहना है करीब छह माह पहले से स्कूल में प्रधानाचार्य का पद के साथ कुल आठ शिक्षकों के पद खाली हैं। बच्चों को पढ़ाई करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जल्द ही शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की तो अभिभावकों को दूसरा रास्ता अपनाना पड़ेगा। टीजीटी के सहारे चल रहा स्कूल

बंजार के बठाहड़ स्कूल मात्र टीजीटी के सहारे चल रहा है। अभी बच्चों की परीक्षा चल रही है ऐसे में बच्चों को न तो इतिहास और न ही हिदी, अंग्रेजी का ज्ञान है। अब अभिभावकों ने सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलने का निर्णय ले लिया है। जल्द ही यहां पर अध्यापकों की नियुक्ति नहीं होती है तो आने वाले समय में अभिभावक सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे। अगस्त से स्कूल में अध्यापकों के पद खाली चल रहे हैं। इन पदों को भरने के लिए शिक्षा विभाग और सरकार से पत्राचार किया है।

-पेगा राम, अध्यक्ष एसएमसी बठाहड़ स्कूल। बठाहड़ स्कूल में चल रहे शिक्षकों के खाली पदों को भरने के लिए उच्च अधिकारियों को पत्राचार किया गया है। जैसे ही कोई आदेश आते हैं तो शिक्षकों की तैनाती की जाएगी।

-शांति लाल, उपनिदेशक उच्च शिक्षा विभाग कुल्लू।

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