विशेष पुलिस अधिकारियों के मानदेय में की जाए बढ़ोतरी

संवाद सहयोगी कुल्लू जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति की सीमाओं पर सेवाएं दे रहे विशेष पुलिस अधिक

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 07:33 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 07:33 PM (IST)
विशेष पुलिस अधिकारियों के मानदेय में की जाए बढ़ोतरी
विशेष पुलिस अधिकारियों के मानदेय में की जाए बढ़ोतरी

संवाद सहयोगी, कुल्लू : जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति की सीमाओं पर सेवाएं दे रहे विशेष पुलिस अधिकारियों के मानदेय में बढ़ोतरी की जाए। यह मांग प्रदेश भाजपा अनुसूचित जनजातीय मोर्चा ने केंद्र सरकार से की है। मोर्चा के अध्यक्ष जवाहर लाल शर्मा ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को मांगपत्र भेजा गया है जिसमें जनजातीय जिलों के साथ लगते सीमांत क्षेत्रों में पिछले 20 वर्षों से जान जोखिम में डालकर सेवाएं दे रहे विशेष पुलिस बल के मौजूदा मानदेय में बढ़ौतरी करने की मांग की गई है। हिमाचल का भोगौलिक क्षेत्र जम्मू-कश्मीर एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के साथ जुड़ा है जिसमें अधिकांश जनजातीय क्षेत्र हैं। 1998 में हुए आंतकवादी हमले एवं समय-समय हुई आतंकवादी गतिविधियों, घुसपैठ के मद्देनजर हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जनजातीय क्षेत्रों व जम्मू-कश्मीर में सीमाओं की निगरानी और सुरक्षा की ²ष्टि से केंद्र सरकार की ओर से विशेष पुलिस बल (एसपीओ)की गई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लाहुल-स्पीति व चंबा जिले और जम्मू कश्मीर में भौगोलिक तौर पर कई तरह की समानताएं हैं। जम्मू कश्मीर में इन विशेष पुलिस अधिकारियों को 18हजार रूपये मानदेय दिया जा रहा है जबकि वर्तमान हिमाचल प्रदेश के जनजातीय सीमाओं पर तैनात इस विशेष पुलिस अधिकारियों को केंद्र सरकार की ओर से मात्र छह हजार रुपये मानदेय ही दिया जा रहा है। जवाहर शर्मा ने कहा कि अनुसूचित जनजातीय मोर्चा केंद्र सरकार से मांग करता है कि जम्मू-कश्मीर की तर्ज पर ही हिमाचल प्रदेश की सीमाओं पर तैनात इस विशेष पुलिस बल को मानदेय प्रदान किया जाए।

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