देवी-देवताओं के टेंट में घुसा पानी, देवलुओं ने जागकर काटी रात

संवाद सहयोगी कुल्लू अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में बारिश ने खलल डाल दिया है। रविवा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 10:21 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 10:21 PM (IST)
देवी-देवताओं के टेंट में घुसा पानी, देवलुओं ने जागकर काटी रात
देवी-देवताओं के टेंट में घुसा पानी, देवलुओं ने जागकर काटी रात

संवाद सहयोगी, कुल्लू : अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में बारिश ने खलल डाल दिया है। रविवार से शुरू हुई बारिश का क्रम सोमवार शाम तक लगातार जारी रहा। पूरी कुल्लू घाटी शीतलहर की चपटे में आ गई है। रविवार रात को अधिकतर अस्थायी शिविरों में पानी घुस गया जिस कारण देवलुओं को रात जागकर गुजारनी पड़ी।

ढालपुर सहित अन्य स्थलों में देवताओं के टेंट पूरी तरह से भीग गए। कई टेंट में पानी घुस गया है, जिस कारण अंदर रखा सामान भी खराब हो गया है। अस्थायी शिविरों में रह रहे देवलुओं व हरियानों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

देवता नाग धूंबल कमेटी के प्रधान बहादुर सिंह सहित देवलु ईश्वर सिंह, उत्तम चंद व राजन ने कहा कि जिला प्रशासन को जब इस बात की सूचना थी कि मौसम खराब होने वाला है और भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई थी तो इंतजाम क्यों नहीं किए गए। कई शिविरों में देवलुओं को रात भर जागना पड़ा। अपने साथ लाए बिस्तर भी बारिश के पानी के कारण खराब हो चुके हैं। देवलुओं ने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि देवता के अस्थायी शिविरों में बारिश से बचने के लिए प्लास्टिक के तिरपाल की भी व्यवस्था की जाए और शिविरों के पास से अस्थायी रूप से नालियों का निर्माण किया जाए।

उधर, उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। यदि ऐसा है तो इसका समाधान किया जाएगा। बारिश में दर्शन के लिए आते रहे श्रद्धालु

बारिश में भी बखूबी देव परंपराओं का निर्वहन हो रहा है। दो दिन से हो रही बारिश भी भक्तों का उत्साह कम नहीं कर सकी। सुबह शाम अस्थायी शिविरों में पूजा-अर्चना का दौर जारी है। देवी-देवताओं के दर्शन के लिए स्थानीय लोगों के साथ-साथ विदेशी पर्यटक भी पहुंच रहे हैं।

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