पटन व मयाड़ घाटी के लोगों की मुश्किलें बढ़ी

जागरण संवाददाता केलंग लाहुल स्पीति में बादल फटने से जनजीवन प्रभावित हुआ है। पटन व मयाड़

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 10:49 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 10:49 PM (IST)
पटन व मयाड़ घाटी के लोगों की मुश्किलें बढ़ी
पटन व मयाड़ घाटी के लोगों की मुश्किलें बढ़ी

जागरण संवाददाता, केलंग : लाहुल स्पीति में बादल फटने से जनजीवन प्रभावित हुआ है। पटन व मयाड़ घाटी के लोगों को दिक्कत सबसे अधिक बढ़ी है। जाहलमा में पुल बह गया है शांशा में पुल तो बच गया लेकिन दोनों छोर बह गए हैं। इससे गाड़ियां तो दूर की बात है लोग पैदल भी नहीं चल पा रहे हैं। मंगलवार से लोग शांशा वाले कीर्तिंग नहीं जा पाए हैं।

जाहलमा वालों के लिए पड़ोसी गांव फुडा जाना मुश्किल हो गया है। पटन घाटी में तोजिग, शांशा व जाहलमा नालों ने कहर बरपाया है तो मयाड़ घाटी में चांगुट नाले में बादल फटने से पुल बह गया है। मयाड़ घाटी के चांगुट गांव में एक मकान बाढ़ में बह गया है। किसानों की खड़ी फसल भी बाढ़ में बह गई है। पुल भी बह गया है। पटन व मयाड़ घाटी में पुल बनाकर ट्रैफिक सुचारू करना बीआरओ व प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती रहेगा। पटन व मयाड़ घाटी के लोगों को अभी राहत मिलती नहीं दिख रही है। हालांकि बीआरओ सड़कों की बहाली में जुट गया है, लेकिन पुलों के बह जाने से हालात को सामान्य पर पाना उनके लिए भी भारी चुनौती बना हुआ है।

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पर्यटकों के भोजन की व्यवस्था कर रहे ग्रामीण

जाहलमा, फुडा, शांशा व कीर्तिंग के लोगों ने मानवता दिखाते हुए बाढ़ के कारण फंसे पर्यटकों को शरण दी और भोजन की व्यवस्था भी की। ग्रामीण गोविंद, राहुल, सुदर्शन, लाल चंद व अंगरूप ने बताया कि गांव में फंसे लोगों के रहने व खाने की व्यवस्था ग्रामीणों द्वारा की गई है। धार्मिक पर्यटन स्थल त्रिलोकनाथ में पंजाब व हरियाणा के 50 से अधिक श्रद्धालु फंसे हैं। इन श्रद्धालुओं को त्रिलोकनाथ मंदिर कमेटी ने शरण दी है तथा भोजन की व्यवस्था भी की गई है। पुजारी बीर सिंह ठाकुर ने बताया कि सभी सुरक्षित है और मन्दिर सराय में शरण लिए हुए हैं।

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