जल्द बनेगा नेहरूकुंड-पलचान बाईपास, भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू
जागरण संवाददाता मनाली नेहरूकुंड में लगातार भूस्खलन से जल्द निजात मिलेगी। सीमा सड़क संगठन (ब
जागरण संवाददाता, मनाली : नेहरूकुंड में लगातार भूस्खलन से जल्द निजात मिलेगी। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) जल्द ही नेहरूकुंड से पलचान तक बाई पास सड़क का निर्माण करेगा। इसके लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू हो गया है। नेहरूकुंड के पास बुरुआ की ओर निर्माण होगा और बुरुआ की ओर ब्यास के किनारे किनारे सड़क बनाई जाएगी। बाईपास सड़क के लिए सरकारी भूमि के अलावा 165 बीघा निजी भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। राजस्व विभाग ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को गति दे दी है। सेना की दृष्टि से महत्वपूर्ण इस बाईपास सड़क निर्माण में मनाली प्रशासन गंभीरता दिखा रहा है। तहसीलदार मनाली एनएस वर्मा की अध्यक्षता में भूमि अधिग्रहण का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
नेहरूकुंड मोड़ से कुलंग गांव तक पहाड़ खिसकने से सफर जोखिम भरा हो गया है। बरसात और बर्फ पड़ने के बाद भूस्खलन का खतरा लगातार बना रहता है। बीआरओ बाईपास निर्माण कर इस समस्या से छुटकारा पाना चाह रहा है। 476 किलोमीटर लंबे मनाली-लेह मार्ग को अटल टनल ने 46 किलोमीटर कम कर 430 किलोमीटर कर दिया है। यह बाईपास सुरक्षित सफर के साथ-साथ यातायात जाम से भी छुटकारा दिलाएगा।
एसडीएम मनाली डा. सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि भूमि अधिग्रहण में प्रशासन गंभीरता दिखा रहा है। 165 बीघा भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि नेहरूकुंड पलचान बाईपास निर्माण को लेकर जारी भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के पूरा होते ही सड़क निर्माण कार्य शुरु हो जाएगा। यह बाईपास यातायात जाम के साथ साथ नेहरूकुंड से कुलंग तक गिर रहे पहाड़ की समस्या से भी निजात दिलाएगा।