सवारियों ने हटाए पत्थर तो निकल सकी बस

संवाद सहयोगी सैंज सैंज घाटी में बुधवार रात हुई भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया ह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 11:30 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 11:30 PM (IST)
सवारियों ने हटाए पत्थर तो निकल सकी बस
सवारियों ने हटाए पत्थर तो निकल सकी बस

संवाद सहयोगी, सैंज : सैंज घाटी में बुधवार रात हुई भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण किसानों के खेतों को भारी नुकसान हुआ है। विभिन्न पंचायतों की सड़कों में भी खस्ता हालत है। सुचैहण व शांघड़ पंचायतों को जोड़ने वाली रोपा-सुचैहण-शांघड़ सड़क में भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हुआ। सड़क की टारिग भी अनेक जगह पर उखड़ गई जिससे सड़क में गाड़ी चलाना मुश्किल हो गया है।

वीरवार सुबह शांघड़ से कुल्लू रूट के लिए निकली हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बस सड़क में आए मलबे की वजह से जगह-जगह रोकनी पड़ी। बस में बैठी सवारियों ने स्वयं उतरकर सड़क में आए मलबे व पत्थरों को हटाया तथा शांघड़ पंचायत के उपप्रधान इंद्र सिंह राणा ने भी लोगों के साथ पत्थर व मलबे को हटाया। इंद्र राणा ने कहा कि आठ किलोमीटर लंबी सड़क में लोक निर्माण विभाग ने कोलतार बिछाया था, लेकिन बरसात की भारी बारिश ने सड़क की टारिग ही उखाड़ दी है।

उधर, घाटी के अनेक क्षेत्रों में सड़क व संपर्क मार्गों के अलावा किसान-बागवानों का भी खासा नुकसान हुआ है। उपतहसील की कोटला, कनौन, धाऊगी, दुशाहड़, बनोगी, सुचैहण, शांघड़, गाड़ापारली, शैंशर, देहुरीधार, रैला, रैला दो व देवगढ़ गोही पंचायतों में खेत-खलियानों में मलबा आने किसान-बागवानों को काफी नुकसान हुआ है। शांघड़ पंचायत प्रधान गुड्डी देवी ने बताया कि शांघड़ के धारा, कटवाली, ढगाहरा, गोष्टी, लपाह, तीतरी व काहणा गांवों में भारी बारिश से किसानों के खेतों में पानी घुसा है और बारिश से काहणा व कोटलु गांवों का संपर्क मार्ग भी अवरुद्ध हुआ।

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