गुशैणी अस्पताल में नहीं मिल रही शुगर व बीपी की दवा
बंजार उपमंडल के तीर्थन घाटी के पीएचसी गुशैणी में शूगर व वीपी की दवा न मिलने के कारण मरीजों को परेशानी हो रही है। अस्पताल में दवा न मिलने के कारण निजी क्लीनिको व मेडिकल स्टोर पर ही मरीजों को निर्भर रहना पड़ता है।
योगराज नेगी, गुशैणी
बंजार उपमंडल के तीर्थन घाटी के पीएचसी गुशैणी में शूगर व वीपी की दवा न मिलने के कारण मरीजों को परेशानी हो रही है। अस्पताल में दवा न मिलने के कारण निजी क्लीनिकों व मेडिकल स्टोर पर ही मरीजों को निर्भर रहना पड़ता है।
गुशैणी में पीएचसी के तहत 200 के करीब बीपी और शूगर के हैं, लेकिन पिछले एक दो महीने से यहां पर दवाइयां न आने के कारण मरीजों को अस्पताल से राहत नहीं मिल पा रही है। नोहांडा प्रधान अनूज सूद, उप प्रधान शर्ची राजेंद्र डोड, उपप्रधान मशियार ठेवा राम, पूर्व प्रधान हरी सिंह ठाकुर इत्यादि जनप्रतिनिधियों का कहना है कि आज कल के खान पान व्यस्त जीवन यापन के दौर में रक्त चाप की समस्या के साथ शूगर की बीमारी गांव में गरीब परिवार की समस्या बन गई है।
जानकार लोगों का कहना है यहां गुशैणी में दिन को जरूर रक्त चाप या शूगर के पांच लोग आते जाते है, लेकिन दवाई न मिलने से इन लोगों को बंजार अस्पताल में या प्राइवेट स्टोर में ज्यादा कीमत पर स्वास्थ्य लाभ लेना पड़ता है। अस्पताल में दवाइयां न मिलने के पीछे कारण फार्मासिस्ट की कमी भी बताई जा रही है साथ ही।
उधर, इस बारे बंजार प्रशासन के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमेश चंद शर्मा से जाना तो उन का कहना है जल्द गुशैणी के लिए दवाई भेज दी जाएगी। जिससे लोगों को घरद्वार पर दवाई उपलब्ध हो सके।