प्रतिभा बेशुमार, मदद की दरकार
पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में होनहार खिलाड़ियों की कमी नहीं है।
जागरण संवाददाता, मनाली : पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में होनहार खिलाड़ियों की कमी नहीं है। प्रदेश सरकार भी खेलों व खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इसके बावजूद कुछ प्रतिभाएं ऐसी हैं जो निखर नहीं पा रही हैं। ऐसी ही दो प्रतिभाएं स्कीइंग खिलाड़ी आंचल ठाकुर व उनके भाई हिमांशु ठाकुर हैं। भारत का नाम दुनिया में रोशन करने वाली आंचल ठाकुर व उनके भाई हिमांशु ठाकुर में बेशुमार प्रतिभा है मगर उन्हें मदद की दरकार है।
आंचल ठाकुर व हिमांशु ठाकुर को विंटर ओलिंपिक में क्वालीफाई करने के लिए पैसे की कमी बड़ी बाधा बन रही है। दोनों अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मंगलवार को मनाली में मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने अपनी मजबूरी बताई और कहा कि अगले साल फरवरी में विटर ओलिंपिक होने हैं। अभी तक भारत का कोई भी खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मापदंडों को पूरा करते हुए क्वालीफाई नहीं कर पाया है। आंचल ठाकुर ने कहा कि भारत की ओर से कोई पहल नहीं हुई तो ओलिंपिक में इस बार भारत का झंडा नहीं लहरा पाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोलंगनाला में पैराग्लाइडिग करवाने वाले रोशन ठाकुर की बेटी आंचल ठाकुर ने कहा कि इससे पहले स्वजन ही उनका खर्च उठाते रहे हैं। कोरोना के कारण स्वजनों की हालत भी अच्छी नहीं है। आंचल व हिमांशु ने प्रदेश व केंद्र सरकार के अलावा देशवासियों से आग्रह किया कि वे उनकी मदद करें ताकि वे ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर सकें। दोनों खिलाड़ियों ने कहा कि इस बार भी वे भारत का झंडा ओलिंपिक में लहराना चाहते हैं। उन्होंने इंटरनेट मीडिया में भी एक वीडियो अपलोड कर अपने सपने को साकार करने के लिए मदद मांगी है। आंचल ने कहा कि बिना पैसों के कम समय में बहुत से देशों में जाकर ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करना उनके लिए चुनौती बन गया है।