ओलों से दागी सेब, कम मिल रहे दाम

संवाद सहयोगी कुल्लू हिमाचल प्रदेश के कई जगहों पर इस बार ओलावृष्टि के कारण सेब की फ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Aug 2021 10:45 PM (IST) Updated:Fri, 20 Aug 2021 10:45 PM (IST)
ओलों से दागी सेब, कम मिल रहे दाम
ओलों से दागी सेब, कम मिल रहे दाम

संवाद सहयोगी, कुल्लू : हिमाचल प्रदेश के कई जगहों पर इस बार ओलावृष्टि के कारण सेब की फसल तबाह हुई है। हर साल ओलों से बागवानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। कुल्लू में भी इस बार कई क्षेत्रों में ओलों से सेब दागी हुआ है। इस कारण मंडियों में सेब के कम दाम मिल रहे हैं। इसके अलावा सेब को समय से पहले तुड़ान और कच्चे सेब के अच्छे दाम न मिलना इस बार मुख्य कारण रहा है।

शुरू में कुल्लू जिले की सबसे बड़ी मंडी खेगसू में सेब की 20 किलो की पेटी 2500 रुपये तक बिकी। अगस्त में सेब के दाम में भारी गिरावट दर्ज की गई। वीरवार को खेगसू मंडी में 300 से लेकर 1400 रुपये प्रति पेटी बिकी है। इसके बावजूद खेगसू सब्जी मंडी से आज 13 हजार 105 पेटियां सेब की पेटियां पहुंची हैं।

कुल्लू की मंडियों में भी सेब के दाम में गिरावट दर्ज की गई। इसमें पतलीकूहल सब्जी मंडी में 299 क्विटल सेब पहुंचा था। यहां पर शुरू में रायल सेब 127 रुपये प्रति किलो तक सेब बिका जबकि वीरवार को यहां पर अधिकतम 60 रुपये प्रति किलो सेब बिका है। ऐसे में बागवान मायूस हैं। जिला भर से प्रतिदिन बाहरी राज्यों की विभिन्न मंडियों के लिए 50 हजार सेब की पेटियां जा रही हैं। इसमें गुजरात, मुंबई, महाराष्ट्र, दिल्ली, नेपाल सहित कई राज्यों में सेब जा रहा है। व्यापारी नहीं दिखा रहे दिलचस्पी

कुल्लू के आढ़ती पूर्ण ठाकुर, महेंद्र ठाकुर ने बताया कि इस बार शुरू में बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिले हैं। अब ओले वाला सेब मंडियों में आ रहा है जिसको व्यापारी खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। दूसरा बड़ा कारण इथल डालकर बागवान सेब को जल्दी पका रहे हैं, लेकिन अंदर से सेब कच्चा होता है। यह भी कारण रहा है। कम पहुंच रहे व्यापारी

कुल्लू जिले की मंडी में अन्य राज्यों से व्यापारी भी कम पहुंच रहे हैं। मंडियों का फीड बैक देखकर व्यापारी ओले वाले सेब को खरीदने से मना कर रहे हैं। कुल्लू जिले की मंडियों में ओलों से दागी सेब आने के कारण इसके दाम में गिरावट आई है। बागवानों से अनुरोध है कि सेब की अच्छी तरह से ग्रेडिग करके मंडी में लाएं, ताकि दाम अच्छे दाम मिल सकें।

-सुशील गुलेरिया सचिव एपीएमसी कुल्लू लाहुल स्पीति।

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