छह दिन बाद लौटे चांगुट के लोग, सब बहा ले गई बाढ़
मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने लिया हालात का जायजा जागरण संवाददाता केलंग बादल
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मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने लिया हालात का जायजा
जागरण संवाददाता, केलंग : बादल फटने से मंगलवार की रात नाले में आई बाढ़ से घरबार छोड़कर भागे चांगुट गांव के लोग रविवार को वापस आए। इस दौरान आपबीती सुनाते हुए उन्होंने बताया कि इंटरनेट की व्यवस्था न होने से वे घाटी के बाहर से मदद भी नहीं मांग पाए। मंगलवार की रात को उन्होंने घर छोड़कर जंगल की गुफा में शरण ली। दूसरे दिन भी नाले में पानी कम नहीं हुआ और उन्हें वहीं रहना पड़ा। तीसरे दिन वीरवार को पड़ोस के गांव के लोग उनकी मदद के लिए पहुंचे।
अब जब वह घर लौटे तो बाढ़ की चपेट में आने से नष्ट हुए खेतों को देख हताश हो गए। ग्रामीण पलजोर, दीपक, टशी, रिगजिन डोलमा व सोनम बुटी ने बताया कि उनके फसल से भरे सारे खेत बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। साल की सारी कमाई तो खत्म हो ही गई भविष्य में खेत जोतने को जगह भी नहीं रही है। ग्रामीणों ने सरकार से आग्रह किया कि उनकी हालत की भी सुध लें और जल्द से जल्द उन्हें राहत पहुंचाएं।
दूसरी ओर तकनीकी शिक्षा मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय रविवार को हवाई सेवा से मयाड़ घाटी पहुंचे। उन्होंने चागुट जाकर ग्रामीणों का हाल जाना और सरकार की ओर से यथासंभव मदद का आश्वासन दिया। मंत्री ने कहा कि मयाड़ सहित पटन घाटी में हुए भारी नुकसान की भरपाई के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रभावितों के जनजीवन को पटरी पर लाया जा रहा है।