खेगसू मंडी में अतिरिक्त वसूली से बागवानों से रोष

संवाद सहयोगी आनी खेगसू सब्जी मंडी में सेब की बिक्री के बाद सेल पर्चे पर जोड़े जा रहे अतिरि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 09:09 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 09:09 PM (IST)
खेगसू मंडी में अतिरिक्त वसूली से बागवानों से रोष
खेगसू मंडी में अतिरिक्त वसूली से बागवानों से रोष

संवाद सहयोगी, आनी : खेगसू सब्जी मंडी में सेब की बिक्री के बाद सेल पर्चे पर जोड़े जा रहे अतिरिक्त खर्च अब बागवानों में रोष है। सेब के सेल पर्चे पर मजदूरी के अलावा अन्य खर्च पर आनी वैली ग्रोअर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष महेंद्र ठाकुर ने आपत्ति जताई है।

आनी वैली ग्रोअर्स एसोसिएशन आनी के अध्यक्ष राकेश ठाकुर, उपाध्यक्ष महेंद्र ठाकुर का कहना है लोडिग, कमीशन, यूनियन खर्च सहित कुछ अन्य खर्च सेब के सेल पर्चे में बागवानों से वसूले जा रहे हैं। इनमें से कुछ खर्च को छोड़ दें तो बाकी का बागवानों से कोई लेना देना नहीं और बागवानों पर अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है। उन्होंने क्षेत्र के बागवानों से अपील की है कि इस तरह से अतिरिक्त वसूली के खिलाफ इकट्ठा हों और इसकी शिकायत एसडीएम आनी, एपीएमसी कुल्लू एवं लाहुल स्पिति से की जाए।

इस बार सेब की अच्छी फसल है और आनी के खेगसू में स्थित फल एवं सब्जी मंडी में न केवल आनी बल्कि किन्नौर, शिमला और मंडी जिला के सेब उत्पादकों का सेब भी लाखों पेटी बिकता है। एपीएमसी के रिकॉर्ड के अनुसार पिछले वर्ष ही दो लाख 85 हजार सेब की पेटियां खेगसू सब्जी मंडी में बिकी हैं। जबकि इस वर्ष पिछले वर्ष की अपेक्षा सेब की ज्यादा पैदावार है। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आनी वैली ग्रोवर्स एसोसिएशन आनी की चिता कितनी जायज है।

उधर, खेगसू सब्जी मंडी की आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्ण ठाकुर ने बताया कि सेल पर्चे में कोई भी खर्च अतिरिक्त नहीं है। देश और प्रदेश की अन्य सब्जी मंडियों की अपेक्षा कम है। एपीएमसी कुल्लू एवं लाहुल स्पीति के सचिव सुशील गुलेरिया ने कहा है कि अगर खेगसू सब्जी मंडी में अतिरिक्त वसूली की शिकायत सही पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।

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