प्री नर्सरी में आंगनबाड़ी वर्कर्स को मिलनी चाहिए प्राथमिकता
आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ (भामसं) कुल्लू की अध्यक्ष दमयंती राजपूत ने क
जागरण संवाददाता, मनाली : आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ (भामसं) कुल्लू की अध्यक्ष दमयंती राजपूत ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को प्री नर्सरी में प्राथमिकता दी जाए। रविवार कटराई में भारतीय मजदूर संघ जिला कुल्लू के अध्यक्ष सुखराम की अध्यक्षता में शिक्षा मंत्री गोविद ठाकुर से मिले आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी समस्याएं बताई। उन्होंने मंत्री से आग्रह किया कि मांग कोई भी निर्णय लेने से पहले सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के हित को ध्यान में रखें। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी में कार्यरत कर्मचारी सरकार की विभिन्न योजनाओं को सरकारी कर्मचारी की तरह क्रियान्वित करती हैं।
आंगनबाड़ी केंद्र को संचालित करने के साथ साथ सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं टीकाकरण, प्लस पोलियो अभियान, वोटर लिस्ट का सर्वे करना व छूटे वोटरों के नाम दर्ज करना, जन्म मृत्यु पंजीकरण, जनगणना को सफलता पूर्वक धरातल पर उतार रही हैं। आंगनबाड़ी केंद्र को संचालित करना, बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के साथ गर्भवती महिलाओं की देखभाल करना, किशोरी बालिकाओं को पोषाहार वितरित करने जैसे अनेकों महत्वपूर्ण काम कर रही हैं। आंगनबाड़ी में कार्यरत सभी कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए तथा सामाजिक सुरक्षा देकर उन्हें उचित श्रेणी में शामिल किया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 18 हजार व सहायिका को नौ हजार प्रतिमाह न्यूनतम वेतन दिया जाए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को पूर्व प्राथमिक विद्यालय की मान्यता देते हुए कार्यकर्ता को प्री प्राइमरी टीचर व सहायिका को प्री प्राइमरी असिस्टेंट टीचर का सम्मान जनक पदनाम दिया जाए। साथ ही भविष्य निधि, पेंशन, ग्रेच्युटी और चिकित्सा सुविधा यथाशीघ्र लागू की जाए।
दमयंती ने कहा कि मंत्री गोविद ठाकुर ने उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना और आश्वासन दिया कि सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए ही उचित निर्णय लेगी। उधर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका संघ कुल्लू का प्रतिनिधिमंडल जिला अध्यक्ष सुनीता ठाकुर की अध्यक्षता में पतलीकूहल के दुआड़ा स्थित शुभम कैफे में शिक्षा मंत्री गोविद सिंह ठाकुर से मिला। इस अवसर पर संघ की सदस्य लता, हुमा, झरना, सुनीता, यशोदा, मीना, शांता, इंदा्र, संगीता, कांता, कृष्णा, फूला, रेशमा,रीना, हीरा, दुर्गा, सुषमा, शांता, विमला, योगारानी आदि मौजूद रहे।