जिला परिषद सदस्‍य ने नगर पंचायत अध्‍यक्ष गगरेट के खिलाफ खोला मोर्चा, पद से हटाने की मांग

Nagar Panchayat Gagret नगर पंचायत अध्यक्ष पर गवाह को धमकाने व मारपीट करने पर मामला दर्ज होने पर अम्बोटा जिला परिषद वार्ड से सदस्य रजनी चौधरी ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्‍होंने आरोप लगाते हुए कहा नशा माफिया को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 10:05 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 10:05 AM (IST)
जिला परिषद सदस्‍य ने नगर पंचायत अध्‍यक्ष गगरेट के खिलाफ खोला मोर्चा, पद से हटाने की मांग
अम्बोटा जिला परिषद वार्ड से सदस्य रजनी चौधरी

गगरेट, संवाद सहयोगी। Nagar Panchayat Gagret, नगर पंचायत अध्यक्ष पर गवाह को धमकाने व मारपीट करने पर मामला दर्ज होने पर अम्बोटा जिला परिषद वार्ड से सदस्य रजनी चौधरी ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्‍होंने आरोप लगाते हुए कहा नशा माफिया को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। नशा मुक्ति केंद्र में एक मासूम की जान चली गई और उस मामले को दबाने के लिए नगर पंचायत अध्यक्ष ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया और जांच को पूरी तरह प्रभावित किया। लेकिन उसके खिलाफ अभी तक मामले में जांच ही आगे नहीं बढ़ सकी है।

गैर इरादतन हत्या जैसे संगीन मामले से अध्यक्ष के तार जुड़े होने के बावजूद बड़े नेता उसे अपने साथ सार्वजनिक मंच पर बेठाकर गगरेट की जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं। एक महिला ने मंदिर बनाने के लिए इस से 60 लाख रुपये की जमीन खरीदी, उस मामले में 420 की एफआईआर दर्ज हुई साफ नजर आता है कि उसके दस्तावेज में बार बार कटिंग की गई उसे जगह कुछ दिखाई लेकिन बेची कोई गई। मंदिर की जमीन में धोखाधड़ी करने वाले ने पुलिस की जांच को इस कदर प्रभावित किया कि पुलिस उसमें क्लोजर रिपोर्ट डाल रही है। मामले की जांच तक नहीं की गई उसे न्यायलाय तक नही पहुंचने दिया।

तीसरा मामला भी गगरेट बाज़ार में जुड़ी जमीन का है, जिसमें पशु पालन विभाग की जमीन पर पशु चौकी खुलनी थी। उसके लिए विभाग ने दस लाख रुपये स्वीकृत किए और काम शुरू होने पर इसे अध्यक्ष ने रुकवा दिया। उन्‍होंने आरोप लगाया कि वह इस जमीन को हड़पना चाहते हैं, इस जमीन  पर अवैध कब्जा भी करवा दिया और मामला अभी राजस्व विभाग के पास है।

चौथा मामला बस अड्डे की नीलामी का है, जिसमें पहले जानबूझ कर नीलामी को बढ़ा दिया गया और फिर दूसरी बार बिना सदस्यों की सहमति के बस अड्डे की नीलामी कर दी गई, जिसे बाद में मीडिया में मामला आने पर रद कर दिया गया। यदि जल्द ही इसे अध्यक्ष पद से नहीं हटाया गया तो हम इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे और चक्का जाम करेंगे।

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