युवाओं की मांग, पालमपुर में खोला जाए पुस्तकालय और अध्ययन कक्ष
पढ़ाई के लिए माहौल व व्यवस्था न होने को लेकर पालमपुर शहर के युवा मुखर हो रहे हैं। भारतीय नौजवान सभा इकाई पालमपुर ने एसडीएम पालमपुर के माध्यम से जिला कांगड़ा प्रशासन और प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंपा है।
पालमपुर, संवाद सहयोगी। पढ़ाई के लिए माहौल व व्यवस्था न होने को लेकर पालमपुर शहर के युवा मुखर हो रहे हैं। भारतीय नौजवान सभा इकाई पालमपुर ने एसडीएम पालमपुर के माध्यम से जिला कांगड़ा प्रशासन और प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में पालमपुर शहर में पुस्तकालय व अध्ययन कक्ष यानि रीडिंग रूम स्थापित करने की मांग उठाई गई है।
भारतीय नौजवान सभा के इकाई सचिव रजनीश कुमार व इकाई अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से पूरे देश व प्रदेश में लंबे समय से शिक्षण संस्थान बंद हैं। शिक्षण संस्थान बंद होने के कारण शिक्षा प्रणाली पर बहुत बुरा असर हुआ है। हर क्षेत्र में बेरोजगार हुए युवा आर्थिक संकट से भी गुजर रहे है। ऐसे में युवांओ को अपने अध्ययन को जारी रखने में बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गरीब परिवार से आने वाले छात्र छात्राएं शिक्षा से दूर हो रहे। इसके लिए भारतीय नौजवान सभा का मानना है शहर में पुस्तकालय व अध्ययन कक्ष खोलना अच्छा कदम होगा।
सभा की जिला कांगड़ा कमेटी के सदस्य अमन अवस्थी ने कहा आज के समय में हमारे पालमपुर बैजनाथ, जयसिंहपुर उपमंडलों में कहीं भी पुस्तकालय या स्टडी नहीं है। पालमपुर शहर के एक लाइब्रेरी है वो भी निजी है। निजी लाइब्रेरी के जाने के लिए हर कोई सक्षम नहीं होता। इसके विपरीत अगर जिला मुख्यालय धर्मशाला की ही बात की जाए तो यहां तीन मंजिला जिला पुस्तकालय है। पुस्तकालय में न केवल जिला कांगड़ा भर के, बल्कि चंबा व ऊना क्षेत्र के युवा भी आते हैं और यहां अध्ययन करते हैं।
यहां निजी लाइ्ब्रेरी की भी भरमार है, लेकिन धर्मशाला का माहौल ऐसा बन चुका है कि वहां युवा बढ़ने के लिए क्रेजी होते है। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय किसी भी समाज में प्रगतिशील वातावरण निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले युवाओं को अपनी नौकरी की तैयारी के अध्ययन के लिए एक जगह मिल जाएगी तो हमारे देश व प्रदेश को बेहतरी की ओर ले जाने में कामयाब होंगे।