प्रदेश में तीन दिन 10 जिलों में आंधी व बारिश का यलो अलर्ट

30 अगस्त तक प्रदेश के 10 जिलों में आंधी व बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है कि बारिश के कारण नदियों और नालों का जलस्तर बढऩे की आशंका है।

By Virender KumarEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 07:44 PM (IST) Updated:Fri, 27 Aug 2021 07:44 PM (IST)
प्रदेश में तीन दिन 10 जिलों में आंधी व बारिश का यलो अलर्ट
प्रदेश में 30 तक 10 जिलों में आंधी व बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। जागरण आर्काइव

शिमला, राज्य ब्यूरो। शुक्रवार को प्रदेश में कई स्थानों पर बारिश हुई। भूस्खलन के कारण 16 मकानों को नुकसान पहुंचा है, जबकि 198 सड़कें बंद हैं। शिमला में नौ, कांगड़ा में चार, मंडी में तीन मकानों को नुकसान पहुंचा है।

मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, 30 अगस्त तक प्रदेश के 10 जिलों में आंधी व बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है कि बारिश के कारण नदियों और नालों का जलस्तर बढऩे की आशंका है। इसलिए ऐसे क्षेत्रों में न जाएं। आगामी दिनों में प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर वर्षा की संभावना जताई गई है।

इसके अलावा प्रदेश में यातायात के लिए बंद सड़कों में मंडी में 142, हमीरपुर में 36 शिमला में 13 सड़कें बंद हैं। उन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में सबसे अधिक वर्षा मंडी में 27, सुंदरनगर व धर्मशाला में 15-15, शाहपुर में 13 मिलीमीटर दर्ज की गई है। इससे अधिकतम तापमान में करीब एक से दो डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है।

मनाली-चंडीगढ़ एनएच पर फिर दरका पहाड़, लोगों ने भागकर बचाई जान

मनाली-चंडीगढ़ एनएच पर सात मील के पास करीब दो माह से दरक रहा पहाड़ आम लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। वीरवार रात 12 बजे पहाड़ फिर दरक गया। बड़ी संख्या में चट्टानें व मलबा गिरने से यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। मलबे की चपेट में आने से कई वाहन बाल-बाल बचे। कई लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई। 20 घंटे बाद भी यातायात बहाल नहीं हो पाया है। एसडीएम सदर रितिका ङ्क्षजदल ने सात मील पहुंच पहाड़ दरकने से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। फोरलेन का निर्माण कर रही एक कंस्ट्रक्शन कंपनी की लापरवाही यहां लोगों पर भारी पड़ रही है। बारिश से जिला भर में 17 अन्य संपर्क मार्ग व आठ बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए थे।

वहीं, जोगेंद्रनगर-सरकाघाट मार्ग पर शुक्रवार को अचानक पहाड़ दरकने से बड़ा हादसा होते टल गया। बसाही, नेरी के बीच चीहर में चट्टानें गिरने से करीब एक घंटे तक यातायात बाधित रहा। मंडी-पठानकोट एनएच पर जोगेंद्रनगर शहर से करीब दो किलोमीटर दूर ढेलू, पातकू के नजदीक भूस्खलन से सड़क पर मलबा गिरा है। टिकरू गांव में बारिश से स्लेटपोश पशुशाला गिरने से मवेशी बाल बाल बचे। उधर, मंडी-धर्मपुर-जालंधर एनएच पर लौंगनी पंचायत के हुक्कल गांव के पास सड़क पर चट्टानें गिरने से दो घंटे यातायात बाधित रहा। सुंदरनगर उपमंडल के बरोटी लैहड संपर्क मार्ग पर झनोड़ गांव में पहाड़ी से मलबा व पत्थर आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है।

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