जयसिंहपुर के पूर्व विधायक यादविंद्र गोमा ने प्रशासन पर लगाया दशहरा उत्सव न मनाने पर अनदेखी का आरोप

जयसिंहपुर के पूर्व विधायक यादविंद्र गोमा ने जयसिंहपुर प्रशासन पर राज्य स्तरीय दशहरा उत्सव न मनाने को लेकर अनदेखी का आरोप लगाया है। यहां जारी एक बयान में गोमा ने कहा कि प्रशासन को स्पष्ट करना चाहिए कि क्यों आखिर इस बार दशहरा उत्सव नहीं मनाया गया

By Richa RanaEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 04:34 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 04:34 PM (IST)
जयसिंहपुर के पूर्व विधायक यादविंद्र गोमा ने प्रशासन पर लगाया दशहरा उत्सव न मनाने पर अनदेखी का आरोप
यादविंद्र गोमा ने जयसिंहपुर प्रशासन पर राज्य स्तरीय दशहरा उत्सव न मनाने को लेकर अनदेखी का आरोप लगाया है।

जयसिंहपुर, संवाद सहयोगी। जयसिंहपुर के पूर्व विधायक यादविंद्र गोमा ने जयसिंहपुर प्रशासन पर राज्य स्तरीय दशहरा उत्सव न मनाने को लेकर अनदेखी का आरोप लगाया है। यहां जारी एक बयान में गोमा ने कहा कि प्रशासन को स्पष्ट करना चाहिए कि क्यों आखिर इस बार दशहरा उत्सव नहीं मनाया गया जबकि पूरे प्रदेश में हर छोटे बड़े शहर व गांव में जगह धूमधाम से दशहरा मनाया गया।

उन्होंने कहा कि जयसिंहपुर जहां राज्य स्तर का दशहरा होता है, वहां प्रशासन ने इसे मनाना तो दूर, रावण कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले जलाने की परंपरा तक नहीं निभाई। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय दशहरा का जयसिंहपुर में आयोजन न होना दिखाता है कि जयसिंहपुर में विधायक व प्रशासन फेल हो गए हैं। पूर्व विधायक ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान जहां दशहरा धूमधाम व पूरी शानो शौकत से मनाया जाता रहा, वहीं वर्तमान विधायक के कार्यकाल में जयसिंहपुर के राज्य स्तरीय दशहरा का वैभव तो कम हुआ ही था अब मनाया भी नहीं जा रहा है।

दशहरा के दौरान क्षेत्र के कई छोटे छोटे दुकानदार मेले में दुकानें लगाते हैं जिससे उनका घर चलता है और दशहरा के दौरान जयसिंहपुर बाजार के व्यापारियों को भी व्यापार में फायदा होता है, लेकिन प्रशासन ने दशहरा न मना कर कोरोना के दौरान मंदी की मार झेल रहे दुकानदारों के पेट पर लात मारी है। गोमा ने जयसिंहपुर में दशहरा के दौरान रावण का पुतला बनाने वाले पांच स्कूली बच्चों की सराहना करते हुए कहा कि इन बच्चों ने प्रशासन की नाक कटने से बचाई है और दशहरा में रावण का पुतला जलाने की परंपरा को कायम रखा है। उन्होंने कहा कि इन बच्चों ने पुतला बनाने में जो 2500 रुपये अपनी पॉकेट मनी से खर्चे हैं, उन्हें वो अपनी तरफ से बच्चों को देंगे।

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