World Tourism Day: हिमाचल में सबवेंशन स्कीम बनी पर्यटन क्षेत्र के लिए सहारा, देखिए पर्यटकों का आंकड़ा
World Tourism Day हिमाचल प्रदेश में कोरोना काल में बेशक पर्यटन की कमर टूट गई हो लेेकिन लाकडाउन के खुलते ही पर्यटकों की आमद बढऩे से इसने पंख फैलाना शुरू कर दिए हैं। राज्य के होटल कारोबारी तो प्रभावित हुए
शिमला, प्रकाश भारद्वाज। World Tourism Day, हिमाचल प्रदेश में कोरोना काल में बेशक पर्यटन की कमर टूट गई हो, लेेकिन लाकडाउन के खुलते ही पर्यटकों की आमद बढऩे से इसने पंख फैलाना शुरू कर दिए हैं। राज्य के होटल कारोबारी तो प्रभावित हुए, अन्य राज्यों में पर्यटन इकाईयों में काम करने वाले युवा भी बेरोजगार होकर घर लौटे। इस दौरान राज्य सरकार की सबवेंशन स्कीम पर्यटन क्षेत्र के लिए सहारा बनी। सरकार ने धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ अब साहसिक पर्यटन सहित जल क्रीड़ाओं को भी बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठाया है।
पर्यटन उद्योग को दिया सहारा
राज्य सरकार ने कोरोना की पहली लहर से प्रभावित हुए पर्यटन उद्योग को सहारा देने के लिए आर्थिक सहायता का प्रविधान किया था। होटलों के वार्षिक टर्नओवर के आधार पर उन्हें बैंकों से विशेष कर्ज की सुविधा प्रदान की गई। दो जुलाई, 2020 को सरकार ने सबवेंशन स्कीम घोषित की थी। जिसके तहत प्रदेश के सैकड़ों होटल मालिकों ने कर्ज उठाया था। इसके तहत 10 लाख से एक करोड़ रुपये तक का कर्ज लिया जा सकता था।
पर्यटकों की घटती-बढ़ती संख्या वर्ष, घरेलू पर्यटक, विदेशी पर्यटक,पर्यटक 2017, 1.91 करोड़, 5 लाख, 1.96 करोड़ 2018, 1.60 करोड़, 4 लाख, 1.64 करोड़ 2019, 1.68 करोड़, 4 लाख, 1.72 करोड़ 2020, 31.70 लाख, 4200, 32.10 लाख 2021, 31.85 लाख, 3500, 32 लाख
राज्य में हैं 4500 होटल
राज्य में 4500 होटलों का आधारभूत ढांचा विकसित है। राज्य सरकार ने 2008 में ग्रामीण क्षेत्रों को भी पर्यटन से जोडऩे के लिए होम स्टे योजना शुरू की थी। जिसके तहत 2400 होम स्टे इकाइयां हैं।
होटल व्यवसायी मांग रहे राहत
वुडलैंड होटल के संचालक अतुल गौतम कहते हैं शिमला में उत्तर भारत का पर्यटक आ रहा है। आमतौर पर वह एक-दो दिन ही ठहरता है और कम खर्च करता है। पहले कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने सख्ती बरती। उसके बाद पर्यटकों का राज्य में आरटीपीसीआर रिपोर्ट के साथ प्रवेश देने की शर्त ने हालात खराब किए। होटल व्यवसायी सरकार से राहत चाहता है, जोकि नहीं दी जा रही है।
क्या कहते हैं पर्यटन विभाग
राज्य पर्यटन एवं उड्डयन विभाग के निदेशक अमित कश्यप का कहना है कोरोना संक्रमण की पहली लहर के दौरान पर्यटन कारोबारियों को हुए नुकसान से उबारने के लिए सरकार ने कार्यशील पूंजी प्राप्त करने के लिए सबवेंशन योजना शुरू की। इस योजना के माध्यम से होटल कारोबारियों को बैंकों से कर्ज के रूप में आर्थिक सहायता का प्रविधान किया गया।