तकनीकी अड़चनों के कारण श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम मंदिर के विकास कार्यों में हो रही देरी
श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम मंदिर के विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए वैसे तो मंदिर प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है लेकिन कुछ महत्वपूर्ण कार्य तकनीकी अड़चनों के चलते अभी भी धरातल पर नहीं उतर पा रहे हैं। इसकी वजह शायद यह भी रही होगी।
योल, संवाद सहयोगी। श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम मंदिर के विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए वैसे तो मंदिर प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है ,लेकिन कुछ महत्वपूर्ण कार्य तकनीकी अड़चनों के चलते अभी भी धरातल पर नहीं उतर पा रहे हैं। इसकी वजह शायद यह भी रही होगी कि अब मंदिर के सभी विकास कार्यों को लोक निर्माण विभाग के सौजन्य से करवाया जा रहा है। इससे पूर्व सारे विकास कार्य मंदिर प्रशासन की देखरेख में ही होते रहे हैं।
मंदिर प्रशासन में स्वयं के कनिष्ठ अभियंता सहायक अभियंता के अलावा अन्य जूनियर तकनीकी स्टाफ भी उपलब्ध है। लेकिन अब एक लाख से अधिक कार्य को लोक निर्माण विभाग से करवाने के निर्देश हैं। इससे पूर्व अनुमानित1.14 करोड़ की राशि से निर्माणधीन चामुंडा शिव मंदिर का कार्य मंदिर प्रशासन ही करवा रहा है, जबकि मंदिर के निर्माण का कार्य 70 फीसद से ऊपर हो चुका है। अगले साल फरवरी माह तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।
मंदिर की महता तभी संपूर्ण हो सकती है जब शिव मंदिर के धूने को जगाया जाए। लेकिन अभी तक इसका कार्य इसलिए लटका है कि इस कार्य का जिम्मा लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है। तकनीकी औपचारिकताएं पूरी करने में समय लगने की वजह से कार्य सिरे नहीं चढ़ पाया ।हालाकि मंदिर न्यास ने वर्ष 2021 के वजट में शिव धूने के लिए अनुमानित आठ लाख के बजट का प्रावधान किया है । अब धूना कब जगेगा यह तो वक्त ही बता पाएगा ।
सहायक अभियंता मंदिर प्रशासन शमशेर सिंह मन्हास ने यह कहा
सभी नए विकास कार्यों के लिए लोक निर्माण विभाग की सेवाएं ली जा रही है । प्राकलन तैयार करने के साथ कार्य को अंजाम देने का जिम्मा इसी विभाग को सौंपा गया है । लोक निर्माण विभाग के उपमंडल धर्मशाला सहायक अभियंता डीपी चौधरी ने यह कहा श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम मंदिर के प्रस्तावित योजनाओं के कार्यों को अंजाम देने के लिए विभाग प्राकलन तैयार में युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है।