महिला बोली- अन्न योजना न होती तो बच्चे नहीं पढ़ा पाती

पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना न होती तो बच्चों को नहीं पढ़ा पाती। जो राशि राशन पर खर्च होनी थी उसको अब बच्चों की पढ़ाई पर खर्च कर रहे हैं। मेरे दो बच्चे हैं जिन्हें पढ़ा रही हूं।Ó यह बातपीयूष गोयल से वर्चुअल संवाद कार्यक्रम के दौरान सरोज कुमारी ने कही।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 11:50 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 11:50 PM (IST)
महिला बोली- अन्न योजना न होती तो बच्चे नहीं पढ़ा पाती
शिमला के पीटरहाफ में कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व अन्य। जागरण

शिमला, यादवेन्द्र शर्मा। 'पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना न होती तो बच्चों को नहीं पढ़ा पाती। जो राशि राशन पर खर्च होनी थी उसको अब बच्चों की पढ़ाई पर खर्च कर रहे हैं। मेरे दो बच्चे हैं जिन्हें पढ़ा रही हूं।Ó

यह बात केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल से वर्चुअल संवाद कार्यक्रम के दौरान हमीरपुर से योजना की लाभार्थी सरोज कुमारी ने कही।

पीयूष ने पूछा-'कितना राशन मुफ्त मिल रहा है?Ó

सरोज बोली-'प्रति व्यक्ति तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल मिल रहे हैैं।Ó

मंत्री ने कहा- 'सरकार की और कौन सी योजनाओं का लाभ ले रही हैं।Ó

सरोज ने बताया- 'गृहिणी सुविधा योजना में मुफ्त गैस सिलेंडर और चूल्हा मिला है।Ó

इस दौरान पीयूष गोयल ने योजना का लाभ ले रही कांगड़ा की गुड्डी देवी, शिमला के डोडरा-क्वार की निशा देवी, चंबा की ऊषा देवी, मंडी की चुड़ामणी और बिलासपुर की कृष्णा देवी से भी वर्चुअल संवाद किया। पीयूष ने संवाद के दौरान हमीरपुर को बाबा बालक नाथ की तपोभूमि बताया। साथ ही बताया कि कांगड़ा बहुत अच्छी जगह है। बचपन में भी आया था यहां। वह चंबा के पर्यटन स्थालों की खूबसूरती का जिक्र करना भी नहीं भूले। इस अवसर पर शिमला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिंद्र गर्ग भी उपस्थित थे।

राशन समय पर मिलता है या नहीं, मोदी को क्या संदेश दूं

पीयूष ने लाभार्थियों से पूछा, 'राशन मिलता है या नहीं कोई परेशानी तो नहीं मोदी को क्या संदेश दूं। केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई सभी योजनाओं का उद्देश्य समाज के हर वर्ग का उत्थान, कल्याण और विकास सुनिश्चित करना है।Ó

इंटरनेट सुविधा के बिना कैसे होगी आनलाइन पढ़ाई : निशा

शिमला के डोडरा-क्वार की निशा देवी ने बताया कि कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही। डोडरा क्वार छह माह तक बर्फ से ढका रहता है, यहां इंटरनेट नहीं है। ऐसे में आनलाइन पढ़ाई कैसे हो। राशन तो आसानी से मिल रहा है। इस पर पीयूष ने कहा अब सुविधाएं बदलेंगी और देश पटरी पर आ रहा है आपको भी सुविधा मिलेगी। निशा ने उत्तराखंड के लिए सड़क की मांग उठाई, जिसे मुख्यमंत्री ने पूरा करने का आश्वासन दिया।

गुड्डी बोली-किसान सम्मान निधि के लिए मोदी का आभार

पीयूष गोयल ने कांगड़ा की गुड्डी देवी से पूछा कि योजना से क्या लाभ मिला तो बताया गया कि 15 किलो चावल और 10 किलो गेहूं मिल रही है। इसके अलावा किसान सम्मान निधि के तहत सालाना छह हजार रुपये मिलते हैं। इसके लिए पीएम मोदी का धन्यवाद।

समय पर मिलता है आटा चावल : ऊषा देवी

चंबा की ऊषा देवी ने बताया कि कोरोना काल में मास्क और शारीरिक दूरी का डिपो संचालक पालन करता है। आटा-चावल समय पर मिल रहा है। कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग गई हैं।

परिवार को सबको लग गई हैं वैक्सीन : कृष्णा

बिलासपुर की कृष्णा देवी ने बताया कि राशन मिल रहा है और हिमकेयर कार्ड बनवाया है। पीयूष के यह पूछने कि वैक्सीन लगाने के लिए इंकार तो नहीं किया। इस पर कृष्णा ने कहा कि परिवार में सबको डोज लग गई है।

सीएम के क्षेत्र की चूड़ामणी से पूछा-कोई समस्या है तो बताओ

पीयूष ने मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र सिराज की बग्सयाड़ निवासी चूड़ामणी से कहा-'कोई समस्या तो बताओ, अभी हल हो जाएगी।Ó इस पर चूड़ामणी बोलीं- 'मुख्यमंत्री हमारी हर समस्या का ध्यान रख रहे हैं, कोविड से बीमार होने वालों के लिए आशा वर्कर के माध्यम से दवा पहुंचाई गई।Ó मुख्यमंत्री जयराम ने पूछा कि सेब बेच दिया, अच्छा रेट मिले तो वह बोली-'जी ठीक मिले।Ó मुख्यमंत्री ने कहा- 'मुझे भी याद करते हैं मैैंं विधायक हूं आपका।Ó

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