39 कनाल जमीन पर गेहूं की फसल राख

विकास खंड इंदौरा व नूरपुर में खेतों में आग लगने से गेहूं की फसल राख हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 09:28 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 10:36 PM (IST)
39 कनाल जमीन पर गेहूं की फसल राख
39 कनाल जमीन पर गेहूं की फसल राख

जागरण टीम, इंदौरा/राजा का तालाब/बैजनाथ : विकास खंड इंदौरा की पंचायत राजखासा व नूरपुर के तहत पंचायत सुखार में खेतों में आग लगने से 39 कनाल जमीन पर गेहूं की फसल राख हो गई, जबकि बैजनाथ के घट्टा में जंगल में आग लगने से वन संपदा को नुकसान पहुंचा है।

पंचायत राजखासा के झंगराडा गांव में खेतों के बीच से गुजरती बिजली की तारों में शॉर्टसर्किट होने से करीब 35 कनाल जमीन पर गेहूं की फसल जल गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तार में दो जगह शॉर्टसर्किट हुआ। एक जगह पर तार से निकली चिंगारी ने छज्जू राम, देसराज, किशोरी लाल, तरसेम लाल व ओंकार चंद पुत्र पूर्ण चंद के खेतों में तैयार 20 कनाल जमीन पर गेहूं की फसल को राख कर दिया। दूसरी तरफ चिगारी ने जफ्फू व मक्खन पुत्र सोमराज की करीब 15 कनाल जमीन पर गेहूं की फसल को राख कर दिया। पूर्व विधायक मनोहर धीमान मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित किसानों को नुकसान का उचित मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इंदौरा क्षेत्र में अग्निशम विभाग का कार्यालय खोलने की मांग की। बिजली विभाग इंदौरा के एसडीओ सुभाष चंद शर्मा ने कहा कि टीम को मौके पर भेजा गया है और आग लगने के कारणों का पता लगाया जाएगा।

उधर, सुखार पंचायत में दलेर सिंह पठानिया की चार कनाल जमीन पर खड़ी गेहूं की फसल राख हो गई। इसके अलावा कलमी आम के पौधे भी झुलस गए। आग की लपटों को पहले सात वर्षीय चंदन पुत्र बेली राम ने देखा। उसके शोर मचाने पर लोग तुरंत घरों से बाल्टियों में पानी भरकर घटनास्थल पर पहुंचे। सबने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

कांगड़ा-मंडी जिले की सीमा पर घट्टा के जंगल में भीषण आग लग गई। इससे वन संपदा को काफी नुकसान पहुंचा है। आग से कई वन्य जीव भी मर गए हैं। आग लगने से पूरे क्षेत्र में धुआं फैल गया। इससे बैजनाथ के उपरी क्षेत्र के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यह जंगल पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ लगता है। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की कई टीमें मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने का प्रयास किया लेकिन तब तक काफी वन संपदा राख हो चुकी थी। आग किसने लगाई थी, इसको लेकर वन विभाग की टीमों ने पूछताछ शुरू कर दी है। वन मंडल अधिकारी नीतिन पाटिल ने बताया कि दोपहर तक काफी हद तक काबू पा लिया था।

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