इंदौरा जलशक्ति विभाग का वाटर टैंक खस्‍ताहाल

इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में पड़ते अंदरून डमटाल में जलशक्ति विभाग की ओर से बनाया गया वाटर टैंक की हालत बहुत ही दयनीय है। इस टैंक का निर्माण वर्ष 2016 में हुआ था। यह टैंक इंदौरा की विधायक के गृह क्षेत्र में पड़ता है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 04:40 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 04:40 PM (IST)
इंदौरा जलशक्ति विभाग का वाटर टैंक खस्‍ताहाल
जलशक्ति विभाग की ओर से बनाया गया वाटर टैंक की हालत बहुत ही दयनीय है।

इंदौरा, संवाद सूत्र। इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में पड़ते अंदरून डमटाल में जलशक्ति विभाग की ओर से बनाया गया वाटर टैंक की हालत बहुत ही दयनीय है। इस टैंक का निर्माण वर्ष 2016 में हुआ था। यह टैंक इंदौरा की विधायक के गृह क्षेत्र में पड़ता है। लोगों ने सरकार से यह मांग की है कि इस टैंक के निर्माण में ठेकेदार की ओर से इस्तेमाल की गई घटिया निर्माण सामग्री की जांच कर ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट किया जाए।

इस टैंक का निर्माण करने वाले ठेकेदार ने इस टैंक पर चढ़ने के लिए गैलरी तक तो सीढ़ियों का निर्माण कर दिया, परंतु सीढ़ियों की साइड में कोई रेलिंग नहीं लगाई और ना ही गैलरी से टैंक तक चढ़ने के लिए कोई सीढ़ी का निर्माण किया। अब प्रश्न यह उठता है कि यदि जल शक्ति विभाग का कोई कर्मचारी इस टैंक में पानी चैक करने के लिए जाता है तो बह इस 12 मीटर ऊंचे टैंक पर बिना सीढ़ी के कैसे चढ़ पाएगा। जिस टैंक में चढ़ने के लिए ठेकेदार ने ना ही कोई सीढ़ी लगाई ओर ना ही कोई रेलिंग, बावजूद उसके विभाग ने उस ठकेदार को इस टैंक की पैमेंट कैसे कर दी।

इस टैंक के निर्माण में में हुए गपले में ठेकेदार के साथ साथ जलशक्ति विभाग की भी मिलीभगत स्पष्ट रूप से दिखाई से रही है प्रदेश सरकार को चाहिए कि ऐसे भ्रष्ट ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करना चाहिए ताकि भविष्य में कोई ठेकेदार इस तरह का घटिया निर्माण करने से पहले सौ बार सोचे और सरकार का पैसा इस तरह बर्बाद ना हो। इसके साथ जिन विभागीय अधिकारियों की देखरेख में इस घटिया टैंक का निर्माण हुआ है सरकार उनके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाए। ता कि विभागीय अधिकारियों व ठेकेदारों द्वारा मिलीभगत से ये जो लूट का गोरखधंधा प्रदेश में चलाया जा रहा है उस पर लगाम लगा कर प्रदेश की जनता को राहत प्रदान की जा सके।

इस विषय पर जब जल शक्ति विभाग के सनी कर्मचारियों से बात की गई उन्होंने बताया कि टैंक में रैलीगं व सीढ़ियां ना होने के कारण टंकी में चढ़ने में बहुत मुश्किल आती है। उधर जल शक्ति विभाग इंदौरा के अधिशाषी अभियंता गुरबख्श धीमान ने कहा कि अभी यह मामला मेरे ध्यान में आया है। कार्य को देखा जाएगा कि उस कार्य की पेमेंट कर दी गई है या अभी शेष है। रेलिंग व सीढ़ियां टंकी के साथ ही लगाई जाती हैं अगर ऐसा नहीं किया गया है तो ठेकेदार से ही इस कार्य को पूरा करवाया जाएगा

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