आठ साल के कार्यकाल के बाद जलरक्षकों को दैनिक वेतन भोगी बनाया जाए

संवाद सूत्र डरोह मजदूर संघ कांगड़ा केजिलाध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने सरकार से मांग की है कि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 09:37 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 09:37 PM (IST)
आठ  साल के कार्यकाल के बाद जलरक्षकों 
को दैनिक वेतन भोगी बनाया जाए
आठ साल के कार्यकाल के बाद जलरक्षकों को दैनिक वेतन भोगी बनाया जाए

संवाद सूत्र, डरोह : मजदूर संघ कांगड़ा केजिलाध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने सरकार से मांग की है कि जलरक्षकों को आठ साल का कार्यकाल पूरा होने पर दैनिक वेतन भोगी बनाया जाए। वर्तमान नियमों के अनुसार 12 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद ही उन्हें दैनिक वेतन भोगी बनाया जाता है।

उन्होंने बताया कि जलरक्षकों को 3300 रुपये मासिक वेतन दिया जाता है ऐसे में बढ़ती महंगाई के कारण 3300 रुपये में उनका जीवन बड़ी मुश्किल से गुजर रहा है। ऐसे मे उनके परिवारों का शोषण हो रहा है जो अहसनीय है। विभाग में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की जगह नई नियुक्तियां भी नहीं हो रही हैं। इस कारण जलरक्षकों को चार घंटे की बजाय सात घंटे काम करना पड़ता है। कोरोना काल में जान को जोखिम में डालकर जलरक्षकों ने लोगों की सेवा की और उन्हें पानी मुहैया करवाया। इसके बावजूद कभी-कभी उन्हें तीन महीने के बाद वेतन मिलता है। रविंद्र शर्मा ने जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह से मांग की है कि जलरक्षकों को दैनिक वेतनभोगी बनने की 12 साल की अवधि को घटाकर आठ साल किया जाए।

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बेरोजगार होकर घर बैठे युवाओं के लिए नीति बनाई जाए

संवाद सहयोगी, ज्वालामुखी : ज्वालामुखी ब्लाक कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं किसान नेता प्रताप सिंह राणा ने कहा कि लाकडाउन में देश भर से घर लौटे बेरोजगार होकर घरों में बैठे युवाओं के लिए प्रदेश सरकार कोई रोजगारोनमुखी नीति बनाए ताकि युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार व विभिन्न राज्यों की सरकारों ने लाकडाउन में बेरोजगार हुए नौजवानों के लिए नौकरियों व अन्य संसाधनों को जुटाने में मदद की है उसी तर्ज पर प्रदेश सरकार भी दो कदम आगे बढ़कर घरों में बैठे इन बेरोजगार हो चुके युवाओं को हौसला बढ़ाने के लिए आगे बढ़ने का सहयोग करें, ताकि उनके माता-पिता को राहत मिल सके इन युवाओं को इनके परिवारों को रोजगार मिल सके।

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