नूरपुर की हडल पंचायत के कपाडी काखड़ा गांव में गहराया पेयजल संकट, 15 घरों में नहीं पहुंच रहा पानी

Water Crisis नूरपुर की पंचायत हडल के गांव कपाडी काखड़ के करीब 15 घरों को एक ही नल से पीने का पानी मिल रहा है। इस स्थिति में उपरोक्त लोगों में से किसी को दो बाल्टी किसी को एक और किसी को एक बाल्टी भी नसीब नहीं होती है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 01:06 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 01:06 PM (IST)
नूरपुर की हडल पंचायत के कपाडी काखड़ा गांव में गहराया पेयजल संकट, 15 घरों में नहीं पहुंच रहा पानी
हडल के गांव कपाडी काखड़ के करीब 15 घरों को एक ही नल से पीने का पानी मिल रहा है।

जसूर, संवाद सहयोगी। Water Crisis, सरकार द्वारा जलशक्ति विभाग के सौजन्य से हर घर को पेयजल उपलब्ध करवाने की योजना मात्र घोषणाओं तक ही सीमित होकर रह गई है। आलम यह है कि उपमंडल नूरपुर की पंचायत हडल के गांव कपाडी काखड़ के करीब 15 घरों को एक ही नल से पीने का पानी मिल रहा है। इस स्थिति में उपरोक्त लोगों में से किसी को दो बाल्टी, किसी को एक और किसी को एक बाल्टी भी नसीब नहीं होती है। इस कारण पीने के पानी के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। गांव के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें पानी की समस्या से निजात दिलाई जाए, अन्यथा गांव के लोग विभाग के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।

हडल पंचायत गांव की महिला इंदिरा देवी, कमलो देवी, तुलसी देवी, सावित्री देवी, रीता देवी, राधा देवी,जय देवी, अंजू वाला, चिनो देवी, सुरेखा देवी, निशा देवी, धुन्ना देवी, राज देवी ने कहा हमारे यहां करीब पंद्रह घर हैं और इन घरों के लिए केवल एक ही नल है। उसमें रोज दो-तीन बाल्टी पानी आता है। पेयजल की किल्लत को लेकर कई बार विभाग को अवगत करवाया जा चुका है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

महिलाओं ने जलशक्ति विभाग, प्रशासन व सरकार से मांग की है कि इस समस्या से निजात दिलवाई जाए और यदि समस्या का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो महिलाएं विभाग के दफ्तर में धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो जाएंगी।

यह बोले अधिकारी

जलशक्ति विभाग के सहायक अभियंता देवेंद्र राणा ने कहा समस्या संज्ञान में आई है कि कुछ लोग पानी न आने की शिकायत कर रहे हैं, जबकि वह स्टाफ सहित कुछ दिन पहले वहां गए थे तो विभाग द्वारा वहां कुछ पाइपें ठीक भी की थी। उसमें कुछ लाइन खेतों में से गुजरती हैं और खेतों में फसल होने की वजह से काम नहीं हो पाया था। अब जैसे ही फसल की कटाई हो जाती है वैसे ही सारी लाइन चेक करके पानी की व्यवस्था सुचारू की जाएगी।

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