Bipin Rawat Helicopter Crash हिमाचल को भी मिले जख्म, जयसिंहपुर का जवान शहीद

Bipin Rawat Helicopter Crashतमिलनाडु में हुए हेलीकाप्टर हादसे ने हिमाचल को भी जख्म दिए हैैं। इस हादसे में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत के साथ कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर उपमंडल के लांस विवेक कुमार भी शहीद हुए हैैं। विवेक अपर ठेहडू गांव के रहने वाले थे।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 10:42 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 07:44 AM (IST)
Bipin Rawat Helicopter Crash हिमाचल को भी मिले जख्म, जयसिंहपुर का जवान शहीद
कुन्नूर हेलीकाप्टर हादसे में शहीद हुए जयसिंहपुर के रहने वाले लांसनायक विवेक कुमार का फाइल फोटो। सौ. इंटरनेट मीडिया

परिवेश महाजन, जयसिंहपुर। Bipin Rawat Helicopter Crash, तमिलनाडु में नीलगिरि जिले के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलीकाप्टर हादसे ने हिमाचल प्रदेश को भी गहरे जख्म दिए हैैं। चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के साथ उनके पीएसओ लांसनायक विवेक कुमार भी वीरगति को प्राप्त हुए हैं। विवेक हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के तहत उपमंडल जयसिंहपुर के अपर ठेहडू गांव के निवासी थे। विवेक 2012 में जैक राइफल में थे। बाद में पैरा कमांडो में सेवाएं दे रहे थे। उनकी ड्यूटी वीआइपी सिक्योरिटी में लगी थी। 29 वर्षीय विवेक जनरल बिपिन रावत के पीएसओ थे।

विवेक की शादी वर्ष 2020 में हुई थी। उनका छह माह का बेटा है। विवेक अक्टूबर में घर आए थे और छुट्टी काटकर नवंबर में ड्यूटी के लिए रवाना हुए थे। ड्यूटी पर लौटते समय पिता रमेश चंद ने बेटे को मिलने के लिए जल्द आने की बात कही तो विवेक ने पिता से वादा किया था कि जनवरी में दोबारा घर आएंगे। लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था। भाग्य ने बेटे का साथ नहीं दिया और पिता के साथ किया वादा पूरा नहीं हो पाया।

विवेक घर के सबसे बड़े बेटे थे। छोटा भाई बैजनाथ में बेकरी में काम करता है व बहन की शादी हो चुकी है। विवेक होनहार थे और बचपन से सेना में जाने का सपना बुना था। पिता खेतीबाड़ी करते हैं जबकि माता आशा देवी गृहिणी हैं।

ताया सीताराम ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अभी विवेक के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। टेलीविजन के माध्यम से ही विवेक के बलिदान की सूचना मिली है। इस बाबत सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। विवेक के पिता इस सूचना के बाद सदमे में एकटक आकाश की ओर देख रहे हैैं जबकि मां और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। किसी को विश्वास नहीं हो रहा कि विवेक इस तरह से दुनिया छोड़कर चला जाएगा। ग्रामीण घर पर ढांढस बंधाने के लिए पहुंच रहे हैैं। गांव की तरफ लोगों का आना-जाना बढ़ गया है। इंटरनेट मीडिया पर भी तेजी से विवेक के बलिदान की सूचना वायरल हुई और लोगों ने शोक संदेश पोस्ट कर पीडि़त परिवार के साथ संवेदना व्यक्त की।

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