वीरभद्र का परिवार जल्दबाजी में नहीं लेगा चुनाव लडऩे का फैसला

पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि चुनाव लडऩे का फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया जाएगा बल्कि सबकी राय के बाद लेंगे। हाईकमान का आदेश सर्वोपरी होगा। पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उससे पीछे नहीं हटेंगे।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 09:43 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 09:43 PM (IST)
वीरभद्र का परिवार जल्दबाजी में नहीं लेगा चुनाव लडऩे का फैसला
वीरभद्र सिंह के बेटे व विधायक विक्रमादित्य सिंह। जागरण आर्काइव

शिमला, अनिल ठाकुर। प्रदेश में होने वाले उपचुनावों के लिए सियासत तेज हो गई है। मंडी व अर्की में टिकट के लिए खींचतान चल रही है। कांग्रेस का एक धड़ा चाहता है कि इन सीटों में से एक पर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के परिवार के सदस्य को टिकट दिया जाए। मंडी से प्रतिभा सिंह दो बार सांसद रह चुकी हैं। वीरभद्र सिंह के निधन के बाद अर्की सीट पर उपचुनाव होगा। लोगों की संवेदनाओं का लाभ पार्टी को वीरभद्र सिंह के परिवार से प्रत्याशी घोषित करने से मिल सकता है। पार्टी सूत्रों की मानें तो वीरभद्र के परिवार का दोनों सीटों पर अच्छा रुतबा भी है। इस सुगबुगाहट के बीच विधायक विक्रमादित्य सिंह व पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह ने भी अपने समर्थकों, करीबियों व कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेना शुरू कर दिया है। विक्रमादित्य ने कहा कि चुनाव लडऩे का फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया जाएगा, बल्कि सबकी राय के बाद लेंगे। हाईकमान का आदेश सर्वोपरी होगा। पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उससे पीछे नहीं हटेंगे।

पहली बार वीरभद्र के बिना चुनाव मैदान में उतरेंगे हाईकमान प्रतिभा सिंह को मैदान में उतारता है तो चुनावी जंग रोचक होगी। उनके लिए भी यह चुनाव काफी मुश्किल होगा, क्योंकि पार्टी पहली बार वीरभद्र सिंह के बिना चुनाव मैदान में उतरेगी।

हाईकमान पर छोड़ा फैसला

दो दिन पहले मंडी में हुई कांग्रेस की बैठक में भी प्रतिभा सिंह को टिकट देने की पैरवी की गई थी। प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर पहले ही कह चुके हैं कि मंडी संसदीय सीट व अर्की विधानसभा सीट पर पहले वीरभद्र सिंह के परिवार की राय जानी जाएगी। यदि वह चुनाव लडऩा चाहता है तो हाईकमान को इससे अवगत करवाया जाएगा।

कांग्रेस क्यों चाहती है हालीलाज से प्रत्याशी

वीरभद्र ङ्क्षसह छह बार मुख्यमंत्री रहे हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र में कुल्लू, लाहुल, किन्नौर व रामपुर क्षेत्र आते हैं। इन क्षेत्रों में कांग्रेस की अच्छी पैठ है। वीरभद्र सिंह का अच्छा रुतबा इन क्षेत्रों में था। अर्की हलके में भी वीरभद्र के परिवार की अच्छी पैठ है। पार्टी उपचुनावों में इसे कैश करना चाहती है।

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