मैक्लोडगंज पर्यटकों से गुलजार, होटलों में 50 फीसद कमरे बुक होने से पर्यटन व्यवसायियों के खिले चेहरे
वीकेंड पर मिनी ल्हासा यानी मैक्लोडगंज पर्यटकों से गुलजार होने से मायूस होटलियरों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। मैक्लोडगंज के ज्यादातर होटलों में 50 फीसद से ज्यादा कमरे बुक हैं और सभी पर्यटक पंजाब के हैं। वीकेंड कर्फ्यू के चलते शनिवार को बसों की रफ्तार थम गई।
धर्मशाला, जेएनएन। वीकेंड पर मिनी ल्हासा यानी मैक्लोडगंज पर्यटकों से गुलजार होने से मायूस होटलियरों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। मैक्लोडगंज के ज्यादातर होटलों में 50 फीसद से ज्यादा कमरे बुक हैं और सभी पर्यटक पंजाब के हैं। वहीं वीकेंड कर्फ्यू के चलते शनिवार को जिले में बसों की रफ्तार थम गई। जिसकी वजह बाजारों के बंद होने के चलते यात्रियों का न के बराबर सफर पर निकलना रहा है। जिले में 297 बसें दौड़ी हैं। इनमें एचआरटीसी की 177 जबकि 120 निजी बसें शामिल हैं।
दोनों धड़ों ने चलाई बसें, लेकिन सवारी न होने पर हुई खड़ी
जिले में निजी बस ऑपरेटरों के दोनों धड़ों ने बसें चलाई, लेकिन यात्रियों की उपलब्धता न के बराबर होने के चलते उन्हें बसों को खड़ा करने पर मजबूर होना पड़ा। वीकेंड कर्फ्यू होने के चलते बाजारों के बंद होने से भी यात्रियों की संख्या में कमी देखने को मिली है।
धर्मशाला स्मार्ट सिटी के होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रवक्ता डा. विशाल नैहरिया ने बताया कि मुख्य चौक के साथ सटे होटलों में 50 फीसद के बरी कमरे बुक हैं। लेकिन अन्य होटलों में अभी कम ही कमरे बुक हुए हैं, लेकिन अब उम्मीद बढ़ी है कि आने वाले दिनों में अच्छा कारोबार होगा। वीकेंड होटलियरों के लिए राहत लेकर आया है।
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन धर्मशाला के अध्यक्ष अश्वनी बांबा का कहना है कि वीकेंड होटलियरों के लिए कुछ राहत लेकर आया है। मैक्लोडगंज के ज्यादातर होटलों के 50 फीसद कमरे बुक हैं। हालांकि उम्मीद है कि अब आने वाले दिनों में भी पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, जिससे कि पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों का रोजगार पुन: चल पाएगा।
प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष प्रवीण दत्त शर्मा ने कहा कि वीकेंड कर्फ्यू के चलते न के बराबर ही सवारी घर से निकली है। करीब 70 से 80 बसों के चलने की सूचना है। हालांकि पहले ये निर्णय लिया गया था कि बसें नहीं चलाएंगे, लेकिन यात्री परेशान न हो, इसके लिए बसों को चलाया है, लेकिन न के बराबर ही यात्री रहे।
निजी बस ऑपरेटर वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष रवि दत्त ने बताया कि शर्मा जिले में करीब 120 बसें चली हैं। लेकिन इनमें वह बसें ज्यादा हैं जो सुबह के समय रूट पर चलती है। वीकेंड कर्फ्यू होने के कारण यात्री घर से ही कम निकले हैं, क्योंकि बाजार भी बंद हैं। ऐसे में बसों को खड़ा ही करना पड़ा है।
एचआरटीसी धर्मशाला के आरएम पंकज चड्ढा का कहना है कि वीकेंड कर्फ्यू के बावजूद निगम ने यात्रियों को बस सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया है। जिले में 177 बसें चली हैं। इनमें अंतर जिला 44 जबकि 133 बसें स्थानीय रूटों पर भेजी गईं।
किस डिपो से कितनी चली बसें
डिपो, अंतर जिला रूट, स्थानीय रूट, कुल
बैजनाथ, 3, 21, 24
पालमपुर, 6, 33, 39
नगरोटा बगवां, 12, 25, 37
धर्मशाला, 7, 25, 32
पठानकोट, 6, 15, 21
देहरा, 10, 14, 24
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कुल, 44, 133, 177