टकोली के चार लोगों पर कहर बनकर टूटा तोजिंग नाला
मंडी जिले के द्रंग हलके के टकोली (भमसोई) गांव के चार लोगों पर लाहुल स्पीति जिले का तोजिंग नाला कहर बनकर टूटा है। चारों लोग मंगलवार दोपहर बाद पांच अन्य साथियों के साथ चंबा जिले के पांगी के लिए एक वाहन में निकले थे।
नगवाईं (मंडी) ठाकुर दास,। मंडी जिले के द्रंग हलके के टकोली (भमसोई) गांव के चार लोगों पर लाहुल स्पीति जिले का तोजिंग नाला कहर बनकर टूटा है। चारों लोग मंगलवार दोपहर बाद पांच अन्य साथियों के साथ चंबा जिले के पांगी के लिए एक वाहन में निकले थे। कुछ घंटे बाद चारों मौत का निवाला बन गए। हादसे का शिकार हुए चारों लोग पांगी के एक पनविद्युत प्रोजेक्ट के रोपवे का काम करने जा रहे थे।
गाड़ी में तीन लोग आगे व छह पीछे बैठे थे। कैबिन में बैठे तीनों सुरक्षित हैं। पीछे बैठे सभी छह लोग पानी के तेज बहाव में बह गए। इनमें चार के शव बरामद हो चुके हैं। दो अभी लापता हैं। नौ लोगों में से सात मंडी जिले व दो कुल्लू के रहने वाले थे। निरत राम, रूम सिंह, मेहर चंद व शेर सिंह की मौत से भमसोई गांव में सन्नाटा पसरा है। सुबह से चारों के घर में चूल्हा नहीं जला है। स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल है। चारों अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाले थे।
हादसे में देशराज व तेजराम निवासी भमसोई व केयोलीधार के होतम राम सुरक्षित हैं। तीनों के सिर व बाजू में गंभीर चोटें आई हैं। हादसे में देशराज ने अपने बड़े भाई शेर ङ्क्षसह को खोया है। देशराज ठेकेदारी करता है। वही सब लोगों को पांगी लेकर जा रहा था। निरत राम की मौत से उनकी पत्नी लता देवी, बेटे अजय, बेटी ममता, दीक्षा और नेहा पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। रूम ङ्क्षसह पत्नी भावना के अलावा बेटे टिकेश्वर व बेटी चंद्रेश को अकेला छोड़ गए। शेर ङ्क्षसह की पत्नी विमला देवी व बेटे भीमसेन और लाल चंद भी बेसुध हैं। मेहर चंद पत्नी शकुंतला व बेटी नेहा को अकेला छोड़ गए हैं। देर शाम तक चारों के शव गांव में नहीं पहुंच पाए थे।