हिमाचल प्रदेश विधानसभा में आज किस बात पर वाकआउट करेगी कांग्रेस, पढ़ें पूरी खबर
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र जारी है। पहले दिन दिवंगत नेताओं के लिए शोक के उद्गार थे लेकिन अगले दिन इस बात पर बहिर्गमन था कि मंडी से दिवंगत लोकसभा सदस्य राम स्वरूप शर्मा की मौत की जांच क्यों नहीं हो रही।
शिमला, जागरण टीम। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र जारी है। पहले दिन दिवंगत नेताओं के लिए शोक के उद्गार थे लेकिन अगले दिन इस बात पर बहिर्गमन था कि मंडी से दिवंगत लोकसभा सदस्य राम स्वरूप शर्मा की मौत की जांच क्यों नहीं हो रही। उसके अगले दिन आउट सोर्स कर्मचारियों की चिंता थी कांग्रेस को। उसके अगले दिन कांग्रेस को इस बात की चिंता हो गई कि मुख्य सचिव को क्यों बदला जा रहा है।
विपक्ष के रूप में यह कांग्रेस की चिंताएं हैं। इनमें से आउट सोर्स कर्मचारियों की बात छोड़ दें तो साफ दिखता है कि कांग्रेस की प्राथमिकताएं क्या हैं। ज़ाहिर है, आज पर भी निगाहें रहेंगी कि प्रतिदिन बहिर्गमन करने वाला विपक्ष आज किस बात पर बहिर्गमन करेगा। दरअसल, बहिर्गमन की नौबत तब आती है, जब और कोई चारा न हो लेकिन हिमाचल प्ररेश विधानसभा में बहिर्गमन एक धारावाहिक बन गया है। क्या कांग्रेस के पास मुद्दों की कमी है? क्या उसके पास ज़मीनी विषय नहीं बचे या फिर यह ध्यानाकर्षण का तरीका है?
हैरानी की बात है कि विपक्ष मुख्य सचिव को बदलने की बात पर भी बहिर्गमन कर रहा है। जबकि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं पर बात की जा सकती है। तीसरी लहर की तैयारी पर बात हो सकती है। आपदा के कारणों पर चर्चा हो सकती है, सड़कों की हालत पर बात हो सकती है। कांग्रेस से जुड़े कुछ लोग मानते हैं कि विपक्ष का धर्म कमजोरियां बताना है।
यह सच है लेकिन विरोध के लिए विरोध की राजनीति से हिमाचल के भला नहीं होने वाला। कांग्रेस के कुछ समझदार लोग मानते हैं, ' विरोध मुद्दों पर होता है, गैर मुद्दों पर नहीं। बड़ी बात यह है कि जनता भी देख रही होती है कि विपक्ष उसकी आवाज़ उससे जुड़े मुद्दे उठाए कर बन रहा है या नहीं। बहरहाल, आज देखना होगा कि किस विषय पर विपक्ष अपने तेवर दिखाता है और सरकार उसका जवाब किस प्रकार देती है।