जामनगर में सुनाई देगी हिमाचल के तेंदुए की दहाड़, तीन जोड़े भेजे जाएंगे गुजरात

पहाड़ के तेंदुए की दहाड़ अब गुजरात के जामनगर में सुनाई देगी। हिमाचल प्रदेश से तेंदुए के तीन जोड़े (नर-मादा) जामनगर के नए रेस्क्यू सेंटर में जाएंगे। सेंट्रल जू अथारिटी ऑफ इंडिया (सीजेडआइ) ने इसकी मंजूरी दे दी है।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 09:46 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 09:46 PM (IST)
जामनगर में सुनाई देगी हिमाचल के तेंदुए की दहाड़, तीन जोड़े भेजे जाएंगे गुजरात
हिमाचल से गुजरात भेजे जाएंगे तेंदुए के तीन जोड़े।

शिमला, राज्य ब्यूरो। पहाड़ के तेंदुए की दहाड़ अब गुजरात के जामनगर में सुनाई देगी। हिमाचल प्रदेश से तेंदुए के तीन जोड़े (नर-मादा) जामनगर के नए रेस्क्यू सेंटर में जाएंगे। सेंट्रल जू अथारिटी ऑफ इंडिया (सीजेडआइ) ने इसकी मंजूरी दे दी है। सीजेडआइ ने हिमाचल के वन महकमे को पत्र लिखा है। इससे पहले इस संबंध मेें अधिकारियों के साथ बैठक भी हुई। बैठक में अधिकारियों ने हामी भरी। इसकी वजह यह है कि प्रदेश के दो रेस्क्यू सेंटर टूटीकंडी व गोपालपुर में क्षमता से अधिक तेंदुए हैं। कुछ कुफरी जू में भी रखे हैं। तीनों जगहों पर करीब 32 तेंदुए हैं। इनमें से छह को जल्द ही गुजरात ले जाया जाएगा। अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल अनिल ठाकुर ने इसकी पुष्टि की है।

नया खुला है रेस्क्यू सेंटर

गुजरात के जामनगर में एक नामी कंपनी के सहयोग से नया रेस्क्यू सेंटर स्थापित हुआ है। इसके लिए तय प्रोटोकाल से तेंदुए ले जाए जाएंगे। वैसे वन्य प्राणी विशेषज्ञों की मानें तो गुजरात, हिमाचल और गुजरात में तेंदुए की संख्या काफी काफी ज्यादा है। इन राज्यों में इंसान और तेंदुए के बीच संघर्ष की घटनाएं बढ़ रही हैं। ये रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं।

तेंदुए की औसतन उम्र कितनी

वन्य प्राणी विशेषज्ञों के अनुसार एक तेंदुए की औसतन उम्र 25 से 30 साल होती है। रेेस्क्यू सेंटर में खुले वनों से ज्यादा उम्र रहती है। इसकी वजह है कि खुले में इस वन्य प्राणी को शिकार के लिए आहार में कमी आ रही है।

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हिमाचल से छह तेंदुए गुजरात ले जाएंगे। इसके लिए सेंट्रल जू अथारिटी आफ इंडिया ने अनुमति दे दी है। हमारे यहां रेस्क्यू में इनकी तादाद बढ़ गई थी, अब क्षमता के अनुसार ही रहेंगे।

-अनिल ठाकुर, एपीसीसीएफ, वन्य प्राणी।

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