चिंतपूर्णी में हजारों की संख्या में रह रहे अन्य राज्य के लोग, सिर्फ 215 पंजीकृत

चिंतपूर्णी में हजारों की संख्या में अन्य राज्यों के लोग झुग्गियों में रह रहे हैं परंतु इनमें से सिर्फ करीब 215 लोग ही थाने में पंजीकृत हैं। चिंतपूर्णी क्षेत्र का कुछ हिस्सा ऊना व कुछ हिस्सा कांगड़ा में पड़ता है।

By Virender KumarEdited By: Publish:Sat, 13 Nov 2021 06:06 PM (IST) Updated:Sat, 13 Nov 2021 06:06 PM (IST)
चिंतपूर्णी में हजारों की संख्या में रह रहे अन्य राज्य के लोग, सिर्फ 215 पंजीकृत
चिंतपूर्णी में हजारों की संख्या में रह रहे अन्य राज्य के लोग पंजीकृत नहीं हैं।

भरवाईं, संजीव ठाकुर।

चिंतपूर्णी में हजारों की संख्या में अन्य राज्यों के लोग झुग्गियों में रह रहे हैं, परंतु इनमें से सिर्फ करीब 215 लोग ही थाने में पंजीकृत हैं। चिंतपूर्णी क्षेत्र का कुछ हिस्सा ऊना व कुछ हिस्सा कांगड़ा में पड़ता है। अन्य राज्यों के लोग यहां काम के सिलसिले में आकर यहीं बस जाते हैं, लेकिन ये कितने है कहां से आए हैं पुलिस प्रशासन को इसकी कोई सही जानकारी नहीं है। चिंतपूर्णी पुलिस रिकार्ड के अनुसार अभी तक करीब 135 लोग ही पंजीकृत हैं, वहीं देहरा पुलिस थाने में करीब 80 लोग ही पंजीकृत हैं।

अन्य राज्यों से आए लोग देते रहे हैं चोरी की घटनाओं को अंजाम

कुछ वर्ष पहले एक अधेड़ उम्र की महिला जो कि चिंतपूर्णी में भीख मांगती थी, वह पंजाब की रहने वाली थी। उसने एक लाख का सोने का कड़ा चोरी किया था। गनीमत रही कि वह पकड़ी गई। ऐसी कई घटनाएं होंगी, जिसमें अन्य राज्यों के लोग संलिप्त होंगे। वहीं मोगा का एक व्यक्ति जो ङ्क्षचतपूर्णी में छल्ले बेचता था, चरस के साथ पकड़ा गया था।

अन्य राज्यों के लोग यहां बने हैं ठेकेदार

बात करें तो चिंतपूर्णी में अन्य राज्यों के कुछ लोग ठेकेदार बने हैं। वे लेबर के कार्य के लिए लोगों को यहां बुलाते हैं। इनकी वजह से स्थानीय लोगों को काम के लाले पड़ जाते हैं। इतना ही नहीं ये लोग मर्जी से दिहाड़ी लेते हैं।

चिंतपूर्णी में अन्य राज्यों की महिलाएं व बच्चे मांगते हैं भीख

ङ्क्षचतपूर्णी एक धार्मिक नगरी होने के कारण यहां पर आए दिन श्रद्धालु भिखारियों की समस्या से परेशान होते हैं। भीख मांगने वाला और कोई नहीं यही अन्य राज्यों के लोग होते हैं। जो कि यहां पर अपना डेरा जमाए रहते हैं। कहीं न कहीं स्थानीय लोग भी इन पर आश्रित होने के कारण इनका साथ देते हैं। वहीं पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन भीख मांगने वालों पर कार्रवाई करने में असमर्थ रहा है। ये लोग एक बड़ी परेशानी का सबब बन गए हैं।

वहीं पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन को इस विषय पर सोचना होगा, अन्यथा ङ्क्षचतपूर्णी नगरी प्रवासियों का अड्डा बन जाएगी।

इस बारे में चिंतपूर्णी थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि पुलिस थाना में अन्य राज्यों के लोगों को पंजीकरण करवाने को कहा जाता है। पुलिस इन पर सख्ती करेगी, ताकि हर अन्य राज्य के लोग थाने में पंजीकरण करवाएं।

पुलिस अन्य राज्यों के लोगों का समय-समय पर पंजीकरण करती है। देहरा थाना के प्रभारी को इस बारे में दोबारा दिशानिर्देश देंगे कि वह कांगड़ा जिले में ङ्क्षचतपूर्णी में रहने वाले झुग्गी झोपड़ी वाले अन्य राज्य के लोगों की जांच करें। अगर कोई व्यक्ति बिना पंजीकरण के पाया जाता है, तो उस पर तुंरत कार्रवाई करें। उन्होंने सभी अन्य राज्य के लोगों से अपील की है कि थाने में पंजीकरण जरूर करवाएं।

-अंकित शर्मा, डीएसपी देहरा

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