बिलासपुर में सफाई का संदेश देने गए प्रशासन को युवाओं ने पढ़ा दिया स्वच्छता का का पाठ

खेल मैदानों में कुत्तों को घुमाया जाता है लेकिन जब कुछ युवा उन मैदानों में दौडऩा चाहते हैं तो उन्हें रोक दिया जाता है। यह बात बिलासपुर के लुहणु मैदान में युवाओं ने उस समय कही जब जिला प्रशासन के अधिकारी शनिवार को यहां स्वच्छता अभियान चलाने के लिए पहुंचे।

By Neeraj Kumar AzadEdited By: Publish:Sat, 02 Oct 2021 09:27 PM (IST) Updated:Sat, 02 Oct 2021 09:27 PM (IST)
बिलासपुर में  सफाई का संदेश देने गए प्रशासन को युवाओं ने पढ़ा दिया स्वच्छता का का पाठ
बिलासपुर के उपायुक्त के समक्ष अपना पक्ष रखते युवा। जागरण

बिलासपुर, जागरण संवाददाता। खेल मैदानों में कुत्तों को घुमाया जाता है और बेसहारा पशु विचरण करते रहते हैं, लेकिन जब कुछ युवा उन मैदानों में दौडऩा चाहते हैं तो उन्हें रोक दिया जाता है। यह बात बिलासपुर के लुहणु मैदान में युवाओं ने उस समय कही जब जिला प्रशासन के अधिकारी शनिवार को यहां स्वच्छता अभियान चलाने के लिए पहुंचे। यहां जिला प्रशासन ने युवाओं को स्वच्छता का संदेश देने के लिए एकत्रित किया था, लेकिन जिला प्रशासन को ही युवाओं ने उल्टा सफाई का पाठ पढ़ा दिया।

युवाओं ने जिला प्रशासन व नगर परिषद को नसीहत दी कि वह बाहरी सफाई के साथ-साथ लोगों की मानसिक व शारीरिक सफाई का भी ध्यान रखें, ऐसे भारत स्वच्छ नहीं होगा। दरअसल युवाओं में रोष था कि इन खेल मैदानों में अकसर नगर परिषद कभी मिट्टी तो कभी गंदगी गिराती रहती है, कभी युवा शराब की बोतलें फेंक जाते हैं तो कभी पशु और कुत्ते यहां मैदानों को गंदा कर जाते हैं, जबकि करीब दो हजार युवा इन्हीं मैदानों में सेना में भर्ती होने के लिए तैयारी करते हैं।

दो अक्टूबर को पूरे देश की भांति ही बिलासपुर के लुहणु मैदान में भी जिला प्रशासन ने महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता के लिए कार्यक्रम रखा था। इस दौरान प्रशासन की तरफ से शहर की विभिन्न संस्थाओं, डिफेंस अकादमियों, क्लबों को न्योता दिया गया था। इसी कड़ी में डिफेंस अकादमियों के युवा भी यहां पहुंचे हुए थे। जैसे ही यह कार्यक्रम शुरू होना था, ठीक उससे पहले कुछ युवाओं और डिफेंस अकादमियों के सदस्यों ने प्रशासन को मानसिक सफाई का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। युवाओं का कहना था कि ऐसे कार्यक्रम तो हर वर्ष किए जाते हैं और सफाई भी की जाती है, लेकिन चंद लोग फोटो खिंचवाकर एक दिन का दिखावा करने के बाद लौट जाते हैं, लेकिन दशा उसके बाद भी वैसे ही रहती है।

उन्होंने प्रशासन को कहा कि जब वह अकादमी के तहत अपनी तैयारी कर रहे थे तो पहले उन्हें लुहणू मैदान से खदेड़ा गया, उसके बाद जब वह छात्र विद्यालय के मैदान में तैयारी करने लगे तो उन्हें वहां से भी खदेड़ दिया गया। अब जब हम यहां लुहणू मैदान में तैयारी करते हैं तो यहां कभी कमेटी की गाडिय़ां चली रहती हैं तो कभी नशेडिय़ों का हुजूम लगा रहता है। यहां पशुओं का भी साम्राज्य रहता है, ऐसा कब तक चलेगा।

उपायुक्त से बातचीत के बाद मिला आश्वासन

आदर्श डिफेंस अकादमी के पदाधिकारी ज्ञान ठाकुर ने कहा कि उनका किसी बात को लेकर विरोध था, लेकिन बाद में उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय से बातचीत के बाद वह सुलझ गया है। जिला प्रशासन हमारा सहयोग कर रहा है। ज्ञान ठाकुर ने बताया कि जब युवाओं को सफाई के लिए बैग दिए जा रहे थे उसी समय कुछ युवा अस्पताल कल्याण शाखा की अध्यक्ष व उपायुक्त बिलासपुर की पत्नी अनुपम राय को अधिकारी समझ कर उनसे टिप्पणी करने लगे। उस समय एसी टू डीसी बिलासपुर सिद्धार्थ आचार्य भी मौजूद थे जिन्होंने स्थिति को संभाला और युवाओं को उपायुक्त बिलासपुर से मिलवाने की बात कही।वहीं इस संबंध में उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि युवाओं की बात सुनी गई है और समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा।

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