तंगरोटी की महिला ने उगाया दो फीट लंबा व चार किलो वजनी खीरा

तंगरोटी गांव की एक महिला किसान शकुंतला ने खेत में दो फीट से अधिक लंबी तथा चार किलोग्राम वजन के खीरे की पैदावार कर एक मिसाल कायम की है। इससे पहले पिछले साल भी इसी महिला ने घर के समीप ही किचन गार्डन में चार फीट की लौकी उगाई थी।

By Virender KumarEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 04:06 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 04:06 PM (IST)
तंगरोटी की महिला ने उगाया दो फीट लंबा व चार किलो वजनी खीरा
तंगरोटी की महिला ने चार किलो वजनी खीरा उगाया। जागरण

योल, संवाद सहयोगी। धर्मशाला विकास खंड की तंगरोटी गांव की एक महिला किसान शकुंतला ने खेत में दो फीट से अधिक लंबी तथा चार किलोग्राम वजन के खीरे की पैदावार कर एक मिसाल कायम की है। इससे पहले पिछले साल भी इसी महिला ने घर के समीप ही किचन गार्डन में चार फीट की लौकी उगाई थी। पंचायत तंगरोटी के उपप्रधान अंकेश डोगरा ने बताया कि इस बारे में पंचायत के माध्यम से कृषि विभाग को लिखा जाएगा ताकि इस तरह के मेहनती किसानों को समय-समय पर प्रोत्साहन मिलता रहे और वे आगे चल कर और भी मेहनत करें।

कृषि विभाग के अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि अभी तक इस विषय पर विभाग को कोई जानकारी नहीं मिली है । यदि ऐसा है तो विभाग इस महिला किसान को अवश्य प्रोत्साहित करेगा। उन्होेंने कहा कि किसानों को अपने स्तर पर भी प्रयास करने चाहिए। जो किसान कुछ हटकर प्रयास कर रहे हैं ऐसे किसानों को कृषि विभाग भी प्रोत्साहित कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर खीरे की लंबाई अधिक है और ऐसी पैदावार अधिक मात्रा में होती है तो यह एक अच्छी शुरूआत है।

महिलाओं को आत्‍मनिर्भर बनाने के लिए नवजीवन योजना

विधवा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऊना प्रशासन ने चिंतपूर्णी मंदिर न्यास की तरफ से नवजीवन योजना शुरू की है। जिसमें विधवा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 51 हजार रुपये तक की सहयोग राशि दी जाएगी। अगर कोई विधवा महिला सिलाई सेंटर, ब्यूटी पार्लर या अन्य किसी अन्य प्रकार से स्वरोजगार में स्थापित होना चाहती है तो वह इस योजना के अंतर्गत आवेदन दे सकती है। प्रशासन उसकी हरसंभव मदद करेगा।  यह बात उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने हिमोत्कर्ष संस्था के अमोदनी राशन वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए कही। उन्‍होंने कहा ि‍क हर किसी को सरकार नौकरी नहीं मिल सकती। इसलिए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ये योजना चिंतपूर्णी ट्रस्ट के सहयोग से शुरू की है। इसके अलावा सबल योजना भी चलाई जा रही है, जिसमें बच्चों की शिक्षा संबंधी सहायता की जाती है। हिमोत्कर्ष संस्था अनुकरणीय कार्य कर रही है। हमें समाजसेवा की इस परंपरा को आगे बढ़ाए रखना है और युवाओं को भी समाजसेवा के लिए बढ़चढ़कर आगे आना चाहिए।

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