दियोटसिद्ध में पंजाब के श्रद्धालु व सहायक मंदिर अधिकारी की बहस का वीडियो वायरल

उत्तर भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ दियोटसिद्ध मंदिर में बैरियर नंबर दो में मंदिर के सहायक अधिकारी व पंजाब के श्रद्धालु के बीच बहसबाजी का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें श्रद्धालुओं ने मंदिर के सहायक मंदिर अधिकारी (एटीओ) पर शराब के नशे में धुत होने के आरोप लगाए हैं।

By Virender KumarEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 07:30 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 07:30 PM (IST)
दियोटसिद्ध में पंजाब के श्रद्धालु व सहायक मंदिर अधिकारी की बहस का वीडियो वायरल
दियोटसिद्ध में पंजाब के श्रद्धालु व सहायक मंदिर अधिकारी की बहस का वीडियो वायरल हुआ है। जागरण

बड़सर, संवाद सहयोगी। उत्तर भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ दियोटसिद्ध मंदिर में बैरियर नंबर दो में मंदिर के सहायक अधिकारी व पंजाब के श्रद्धालु के बीच बहसबाजी का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें श्रद्धालुओं ने मंदिर के सहायक मंदिर अधिकारी (एटीओ) पर शराब के नशे में धुत होने के आरोप लगाए हैं।

गोबिंदगढ़ पंजाब के श्रद्धालु शनिवार देर रात को मंदिर जा रहे थे। श्रद्धालुओं की गाड़ी को दो नंबर बैरियर पर रोका गया व उनसे कोविड-19 की रिपोर्ट और ई-पास मांगा गया। श्रद्धालु ने ई-पास व कोविड की रिपोर्ट बैरियर पर तैनात कर्मचारी को दिखाई। उसी दौरान एटीओ दियोटसिद्ध वहां आ गया व श्रद्धालु से रिपोर्ट मांगने लगा। श्रद्धालु ने कहा कि रिपोर्ट दिखा दी है, लेकिन अधिकारी ने फिर से रिपोर्ट मांगी, जिससे एटीओ व श्रद्धालु के बीच मामला उलझ गया।

श्रद्धालु की ओर से बनाए वीडियो में कहा जा रहा है कि मंदिर अधिकारी शराब के नशे में धुत है। दो गाडिय़ों के कागजात दिखाए गए व ई-पास भी दिखा गया, लेकिन मंदिर अधिकारी बहसबाजी करने लग पड़े। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। लोग कई तरह के कमेंट भी कर रहे हैं।

एसडीएम बोले, श्रद्धालु ने नहीं लगाया था मास्क, दस में से सिर्फ दो लोगों की थी कोरोना रिपोर्ट

एसडीएम बड़सर शशिपाल शर्मा ने बताया कि मामला ध्यान में आया है। मंदिर के एटीओ का मेडिकल करवाया जा रहा है। श्रद्धालु के द्वारा मास्क नहीं लगाया गया था व उसके पास सिर्फ दो लोगों की कोविड रिपोर्ट थी। दो गाडिय़ों में लगभग दस लोग सवार थे। मंदिर में बिना कोविड 19 की रिपोर्ट के किसी को प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मौके पर होमगार्ड व न्यास के कर्मचारी मौजूद थे। किसी ने भी श्रद्धालुओं के साथ बदतमीजी नहीं की है। इस मामले की छानबीन की जा रही है।

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