25 जून 1975 की रात आजाद भारत की थी सबसे काली रात : शांता

शांता कुमार ने कहा 46 वर्ष पहले आज के दिन 25 जून 1975 की रात आजाद भारत के इतिहास की सबसे काली रात।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 09:24 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 09:24 PM (IST)
25 जून 1975 की रात आजाद भारत  
की थी सबसे काली रात : शांता
25 जून 1975 की रात आजाद भारत की थी सबसे काली रात : शांता

संवाद सहयोगी, पालमपुर : 46 वर्ष पहले आज के दिन 25 जून 1975 की रात आजाद भारत के इतिहास की सबसे काली रात थी। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने रात 12 बजे आपातकाल की घोषणा की। विश्व भर के किसी भी लोकतंत्र में कभी ऐसा नहीं हुआ था। भारत की जनता को उस काली रात की दुर्भाग्यपूर्ण और निदनीय घटना को हमेशा याद रखना चाहिए।

पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि उस समय न विदेशी आक्रमण हुआ, न भूचाल आया और न ही देश में किसी प्रकार की समस्या थी। जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में कांग्रेस के भ्रष्टाचार के विरूद्ध आंदोलन चल रहा था। जयप्रकाश नारायण ने समग्र क्रांति का नारा दिया था। 12 जून को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एक चुनाव याचिका के निर्णय में उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का चुनाव भ्रष्ट तरीके से जीतने के कारण रद कर दिया और उन्हें छह वर्ष तक चुनाव के लिए अयोग्य ठहराया। एक नेता की कुर्सी के लिए पूरे देश को जेलखाना बना दिया गया। एक लाख 10 हजार विपक्षी नेताओं को जेलों में डाल दिया। संविधान को स्थगित कर दिया और अधिकारों को भी समाप्त कर दिया। यहां तक की जीने का अधिकार भी समाप्त कर दिया।

शांता ने कहा कि जब वह विधायक थे तो 23 जून को शिमला के लिए रवाना हुए। पत्नी स्वर्गीय संतोष ने पूछा था कि कब वापस आओगे तो उन्होंने जवाब दिया कल बैठक है और परसों तक आ जाऊंगा। वह परसों कभी नहीं आया। उन्हें 19 माह नाहन जेल रहने का सौभाग्य मिला था। मैं पूरे देश के उस समय के लोकतंत्र पहरियों को नमन करता हूं। 90 लोगों की जेल की यातनाओं से मौत हो गई थी। इस दिन को पूरा भारत याद रखे ताकि भविष्य में कभी इस प्रकार की घटना न घटे।

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