स्वर्ण जयंती विद्यार्थी अनुशिक्षण योजना शुरू, शनिवार व रविवार को लगेगी क्लास
सरकारी स्कूलों में कक्षा नौंवी से 12वीं तक के छात्रों के लिए नीट व जेईई की कोङ्क्षचग के लिए स्वर्ण जयंती विद्यार्थी अनुशिक्षण योजनाÓ शुरू हो गई है। इस योजना के तहत छात्रों को शनिवार और रविवार दो दिन आनलाइन कोङ्क्षचग क्लास में भाग लेना अनिवार्य किया गया है।
शिमला, जागरण संवाददाता। सरकारी स्कूलों में कक्षा नौंवी से 12वीं तक के छात्रों के लिए नीट व जेईई की कोङ्क्षचग के लिए 'स्वर्ण जयंती विद्यार्थी अनुशिक्षण योजनाÓ बुधवार से शुरू हो गई है। इस योजना के तहत छात्रों को शनिवार और रविवार दो दिन आनलाइन कोङ्क्षचग क्लास में भाग लेना अनिवार्य किया गया है।
निदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग डा. अमरजीत शर्मा ने इसको लेकर विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी है। सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा है कि इसकी पूरी तरह मानिटङ्क्षरग करें और स्कूलों से भी फीडबैक लें। पहले दो दिन कितने छात्र कोङ्क्षचग क्लासेज में जुड़े। आनलाइन पढ़ाई के लिए शुरू किए गए 'हर घर पाठशालाÓ के पोर्टल पर कोङ्क्षचग का स्टडी मैटीरियल और लेसन अपलोड कर दिए गए हैं। पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर राज्यपाल ने इस योजना का शुभारंभ किया था। यह योजना दो चरणों में चलेगी। शिक्षा विभाग का स्टेट रिसोर्स ग्रुप इसके लिए वीडियो लेसन तैयार करेगा। इसके लिए गैर सरकारी संस्था की भी मदद ली जाएगी।
निदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग डा. अमरजीत शर्मा ने बताया कि कक्षा नौंवीं से 12वीं तक के हर छात्र के लिए नीट और जेईई की कोङ्क्षचग अनिवार्य होगी। 11वीं पास करने के बाद जब बच्चे प्लस टू में पहुंच जाएंगे तब उनका टेस्ट लिया जाएगा। इस टेस्ट को उत्र्तीण करने वाले 10 फीसदी छात्रों का चयन फाइनल कोङ्क्षचग के लिए किया जाएगा। इसमें छात्रों की रुचि भी देखी जाएगी कि क्या वह 12वीं पास करने के बाद मेडिकल और इंजीनियङ्क्षरग की फील्ड में जाना चाहते हैं या नहीं।
बच्चों की पढ़ाई रोचक बनाने के लिए यह बदलाव करेगा शिक्षा विभाग
कोरोना महामारी के खतरे के बीच शिक्षा विभाग बच्चों की आनलाइन पढ़ाई रोचक तरीके से करवाएगा। इसके लिए कई तरह के बदलाव आने वाले दिनों में किए जाएंगे। समग्र शिक्षा अभियान की ओर से कक्षा पहली से पांचवीं तक के छात्रों के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया। सिरमौर जिला के 28 शिक्षक इस वेबिनार में जुड़े। कार्यक्रम में इन शिक्षकों ने बच्चों की आनलाइन पढ़ाई के लिए ऐसे आडियो-वीडियो विजुअल तैयार किए थे, जिसमें बच्चे न केवल अक्षरों की पहचान पढ़कर कर सकते हैं बल्कि वे कलरफुल चार्ट के जरिए उन्हें खेल-खेल में देख भी सकते थे। इसमें गिनती, वर्णमाला सहित अन्य तरह के प्राइमरी के सिलेबस के लिए गेम आधारित चार्ट तैयार किए थे। सभी जिलों के साथ इस तरह के वेबिनार आयोजित होंगे।