स्वामी विवेकानंद के आदर्श अपना जीवन में पाएं सफलता

मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सभागार में राष्ट्रीय युवा अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अभियान का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने किया। आइसीटीसी काउंसलर प्रीत किरण ने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर शुरू हुए युवा दिवस के आयोजन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 06:02 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 06:02 PM (IST)
स्वामी विवेकानंद के आदर्श अपना जीवन में पाएं सफलता
कांगड़ा के डाक्टर सीएमओ गुरदर्शन गुप्ता बैठक की अध्यक्षता करते हुए। जागरण

धर्मशाला, जागरण संवाददाता : मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सभागार में राष्ट्रीय युवा अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अभियान का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने किया। आइसीटीसी काउंसलर प्रीत किरण ने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर शुरू हुए युवा दिवस के आयोजन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। भारत सरकार ने 1985 से 12 जनवरी, स्वामी विवेकानंद की जयंती को देशभर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। इस दिन को मनाने का उद्देश्य युवा पीढ़ी को यह बताना है कि जिस तरह स्वामी विवेकानंद ने अपने जीवन में सफलता हासिल की ठीक उसी तरह उनके विचारों को अपनाकर युवा पीढ़ी भी सफलता हासिल करें।

 जिला एड्स परियोजना अधिकारी डॉ. राजेश सूद ने एड्स फैलने के मुख्य चार कारण जैसे असुरक्षित यौन संबंध, एचआइवी संक्रमित खून स्वस्थ व्यक्ति में चढ़ाने से, संक्रमित मां से उसके बच्चे में तथा बिना उबली हुई सुई का प्रयोग करने से होता है। उन्होंने बताया कि एड्स साथ रहने से, साथ खाना खाने से, हाथ मिलाने से तथा मच्छर के काटने से नहीं होता है।

डॉ. सूद ने बताया कि एचआइवी संक्रमित व्यक्ति तथा उनके बच्चो को सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। इसके अतिरिक्त एचआइवी पॉजिटिव व्यक्ति को 1500 रुपये प्रति माह सरकार द्वारा दिया जाता है।

 जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विक्रम कटोच  एचआइवी, एड्स प्रभावित गर्भवती महिला की सुरक्षित प्रसव के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने डिलीवरी के बाद बच्चे की देखभाल के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि एचआइवी पॉजिटिव गर्भवती महिला अपने होने वाले बच्चे को अपना दूध पिला सकती है ताकि बच्चे को दूसरे संक्रमण से बचाया जा सके।

मुख्य अतिथि, डॉ गुरदर्शन गुप्ता ने  कहा कि हम सभी को अपना एचआइवी का स्टेटस पता होना चाहिए, एचआइवी के बारे में हम सब खुल कर बात करें और एचआइवी के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फैलाएं। कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आदित्य सूद, डॉ. अनुराधा, डॉ. प्रिया तथा जन शिक्षा एव संप्रेषण अधिकारी छांगा राम ठाकुर, स्वास्थ्य शिक्षक उर्मिला देवी, यौन रोग काउंसलर मनोज कुमार तथा लैब तकनीशियन अंतरिक्ष डोगरा ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।

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