स्कूल छोडऩे पर लौटाने होगी सरकार से कोचिंग के लिए मिलने वाली सहायता राशि

स्वर्ण जयंती सुपर-100 योजना के तहत हिमाचल प्रदेश सरकार 100 मेधावी छात्रों को एक-एक लाख रुपये प्रतियोेगी परीक्षाओं की कोचिंग के लिए देगी। शिक्षा विभाग ने योजना के लिए नियम व शर्तें तय कर दी हैं। 30 सितंबर तक छात्रों से इसके लिए आवेदन मांगे गए हैं।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 10:04 PM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 10:04 PM (IST)
स्कूल छोडऩे पर लौटाने होगी सरकार से कोचिंग के लिए मिलने वाली सहायता राशि
स्कूल छोड़ने पर कोचिंग के पैसे लौटाने होंगे। प्रतीकात्मक

शिमला, जागरण संवाददाता। स्वर्ण जयंती सुपर-100 योजना के तहत हिमाचल प्रदेश सरकार 100 मेधावी छात्रों को एक-एक लाख रुपये प्रतियोेगी परीक्षाओं की कोचिंग के लिए देगी। शिक्षा विभाग ने योजना के लिए नियम व शर्तें तय कर दी हैं। 30 सितंबर तक छात्रों से इसके लिए आवेदन मांगे गए हैं। योजना के लिए विद्यार्थियों का चयन अंकों के आधार पर किया जाएगा। इसके अलावा सरकारी स्कूल की शर्त इसमें जोड़ी गई है। सरकारी स्कूल से दसवीं के बाद 12वीं तक की पढ़ाई करते हैं तो ही वह इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। अंकों के साथ 75 फीसद हाजिरी की शर्त भी रखी गई है। यदि छात्र दसवीं के बाद निजी स्कूल में दाखिला लेना चाहता है तो उसे इस राशि को वापस करना पड़ेगा।

उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा की ओर से इस संबंध में सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। योजना के तहत दसवीं बोर्ड परीक्षा-2021 में मेरिट में आने वाले विद्यार्थियों को चयनित किए गए संस्थान में निशुल्क कोचिंग दिलवाई जाएगी।

मेधावियों को मिलेगी सुविधा

देखने में आया है कि पैसे के अभाव में कई प्रतिभाशाली विद्यार्थी राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की कोचिंग नहीं ले पाते। ऐसे विद्यार्थियों की प्रतिभा को सम्मान देने और उनके करियर को देखते हुए सरकार ने यह योजना शुरू की है।इससे उन्हें सपनों को उड़ान देने में मदद मिलेगी।

बोर्ड कक्षाओं का रिजल्ट तलब

शिक्षा विभाग ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से दसवीं और 12वीं कक्षाओं के परीक्षा परिणाम का रिकार्ड तलब किया है। निदेशक की ओर से इस संबंध में पत्र जारी किया गया है। विभाग रिकार्ड का आंकलन करेगा, इसमें देखेगा कि कितने छात्र प्रथम श्रेणी में है और कितने दूसरी और तीसरी श्रेणी में आए हैं। शिक्षकों की परफार्मेंस का आंकलन इससे किया जाएगा। ई मेल के जरिए यह रिकार्ड भेजने को कहा गया है।

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