केंद्रीय विश्‍वविद्यालय का स्‍थायी परिसर न बनने तक विद्यार्थियों को निजी भवन में हॉस्‍टल की व्‍यवस्‍था करे प्रशासन

CUHP Students Demand हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर निर्माण और मूलभूत सुविधाओं को लेकर अखिल विद्यार्थी परिषद की ओर से चलाए गए 44 दिन के आंदोलन की जीत हुई है। आंदोलन के बाद सरकार ने भी केंद्रीय विश्वविद्यालय के नाम प्रशासन ने 81 हेक्टेयर भूमि कर दी है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 09:19 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 09:19 AM (IST)
केंद्रीय विश्‍वविद्यालय का स्‍थायी परिसर न बनने तक विद्यार्थियों को निजी भवन में हॉस्‍टल की व्‍यवस्‍था करे प्रशासन
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर निर्माण तक हॉस्‍टल का प्रबंध करने की मांग उठी है।

डाडासीबा, संवाद सूत्र। CUHP Students Demand, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर निर्माण और मूलभूत सुविधाओं को लेकर अखिल विद्यार्थी परिषद की ओर से चलाए गए 44 दिन के आंदोलन की जीत हुई है। एबीवीपी सीयू देहरा इकाई अध्यक्ष हेमंत ठाकुर ने कहा आंदोलन के बाद सरकार ने भी केंद्रीय विश्वविद्यालय के नाम प्रशासन ने 81 हेक्टेयर भूमि कर दी है। अब विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि जल्द से जल्द केंद्रीय विश्वविद्यालय के देहरा परिसर का निर्माण किया जाए और अस्थायी रूप से चलाए हुए शैक्षणिक परिसरों में छात्रों के लिए मूलभूत सुविधाएं पूरी की जाएं। उन्होंने कहा देहरा परिसर में छात्र-छात्राओं को हॉस्टल की सुविधा प्रदान की जाए। जब तक स्थायी परिसर नहीं बनता है तब तक एक अन्य भवन को किराये पर लिया जाए, ताकि छात्रों को बैठने के लिए उचित व्यवस्था हो। देहरा परिसर में विश्वविद्यालय खुलने से पहले छात्रों की मूलभूत सुविधाओं को पूरा किया जाए। इसके अलावा जल्द से जल्द केंद्रीय विश्वविद्यालय में स्थायी कुलपति और स्थायी कुलसचिव की नियुक्ति की जाए।

प्रदेश विवि पुस्तकालय में स्थापित हो जवाहर पट्टिका : एनएसयूआइ

धर्मशाला। एनएसयूआई ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलसचिव को शिमला में एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में एनएसयूआइ ने मांग की है कि प्रदेश विश्वविद्यालय के पुस्तकालय के बाहर जवाहर पट्टिका को पुनर्स्थापित किया जाए। एनएसयूआइ के राज्य सचिव रजत  सिंह राणा ने कहा कि विश्वविद्यालय पुस्तकालय का नाम देश के प्रथम प्रधानमंत्री भारत रत्न पंडित जवाहर लाल नेहरू के नाम पर रखा गया था। विवि पुस्तकालय का जब मरम्मत का कार्य शुरू हुआ था तो जवाहर भवन की पट्टिका को वहां से हटाया गया था, परंतु पुस्तकालय के मरम्मत का कार्य पूरा हो चुका है और परंतु अभी तक पुस्तकालय के बाहर जवाहर पट्टिका को नहीं लगाया गया है।

उन्होंने कहा कि एक तरफ़ जहां पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा के लिए लाखों रुपये विवि प्रशासन खर्च कर रहा है, जबकि देश के  प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की पट्टिका को हटा कर तुष्टीकरण की राजनीति की जा रही है। उन्होंने मांग की है कि विश्वविद्यालय में भगवाकरण की राजनीति को छोड़ प्रथम प्रधानमंत्री भारत रत्न पंडित जवाहर लाल नेहरू के सम्मान में जल्द से जल्द पुस्तकालय के बाहर जवाहर भवन की पट्टिका को लगाया जाएं।

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