खराब परीक्षा परिणाम पर छात्र संगठनों में आक्रोश, शिक्षा मंत्री से मांगी कार्रवाई

राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर की एनएसयूआइ इकाई द्वारा सोमवार को उपमंडलाधिकारी नूरपुर के माध्यम से प्रदेश के शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Mon, 16 Sep 2019 01:44 PM (IST) Updated:Mon, 16 Sep 2019 03:42 PM (IST)
खराब परीक्षा परिणाम पर छात्र संगठनों में आक्रोश, शिक्षा मंत्री से मांगी कार्रवाई
खराब परीक्षा परिणाम पर छात्र संगठनों में आक्रोश, शिक्षा मंत्री से मांगी कार्रवाई

जसूर, जेएनएन। राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर की एनएसयूआइ इकाई द्वारा सोमवार को उपमंडलाधिकारी नूरपुर के माध्यम से प्रदेश के शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा। छात्र संगठन ने प्रदेश विश्‍वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। संगठन के पदाधिकारी अनमोल महाजन ने बताया 2018-19 सत्र के विद्यार्थियों का रिजल्ट बहुत ही खराब रहा है। उन्‍होंने सवाल किया परीक्षा परिणामों में इतनी देरी क्यों लगी और बिना परिणाम घोषित किए ही उन छात्रों को दूसरे वर्ष में दाखिला कैसे दे दिया गया। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दबाव के बाद जल्दबाज़ी में आधे अधूरे व गलत परिणाम घोषित किए हैं।

इकाई अध्यक्ष सुरभि ठाकुर का कहना है इन परिणामों को लेकर बच्चे बहुत मानसिक तनाव में हैं और कॉलेज में जो छात्र 12वीं कक्षा में अच्छे अंक से पास हुए थे व जो क्लास टेस्ट में भी अच्छे अंको से पास होते रहें हैं वह भी फ़ेल कर दिए हैं। इकाई महासचिव पल्लवी पठनीया ने बताया ज्ञापन के माध्यम से दो ही मुख्य मांगें रखी गई हैं कि जो भी छात्र फ़ेल हुए हैं, उन्हें दूसरे वर्ष में ही रहने दिया जाए व सप्लीमेंटरी एग्ज़ाम देने का मौका दिया जाए। जो एक या दो अंक से फ़ेल हुए हैं उन्हें मुफ़त रिवेल्युशन की सुविधा दी जाए।

हमीरपुर में विद्यार्थी परिषद ने दिया धरना

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई हमीरपुर ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। प्रथम वर्ष के वार्षिक परिणाम में कई खामियां हैं। एक तो प्रशासन ने पहले ही परिणाम इतनी देर से निकाला और ऊपर से विद्यार्थियों को फेल किया गया। जो विद्यार्थी फेल हुए हैं वे बीच मझधार में फंस गए हैं। अब न वे प्रथम वर्ष में एडमिशन ले पा रहे हैं ना और न ही दूसरे वर्ष की अपनी कक्षाएं लगा पा रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन को इस पर निर्णय लेने की आवश्यकता है। छात्रों का कहना है कई विद्यार्थी अपने थ्योरी में तो पास हैं पर उन्हें इंटरनल एसेसमेंट में 1 या 2 नंबर से फेल किया गया है। विद्यार्थी परिषद इंटरनल एसेसमेंट रिवाइज करने की भी मांग करती है।

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